Durg: मोबाइल की रकम वसूलने के लिए दुर्ग की एक मोबाइल शॉप पर काम करने वाले युवकों ने किडनेपिंग का खतरनाक प्लान बनाया। मोबाइल की कीमत की खातिर उन्होंने एक 15 साल के नाबालिग को किडनेप कर लिया। उसके साथ मारपीट भी की और हथियारों का डर दिखा कर जान लेने की धमकी भी दी। इस घटना को अंजाम देने के बाद किडनेपर्स भागने की कोशिश में थे। लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने उन्हें ये मौका नहीं दिया। अब किडनेपिंग के सभी आरोपी पुलिस गिरफ्त में हैं।
किडनेपिंग की वजह
नेवई टीआई ममता शर्मा के मुताबिक रिसाली सेक्टर भिलाई निवासी रत्नमाला लिमा ने 15 जून को एमएम मोबाइल दुकान के संचालकों के खिलाफ किडनेपिंग की शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायतकर्ता ने दुकान संचालक दीपक और उसके तीन साथियों के खिलाफ अपने 15 साल के बेटे आदित्य के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें बताया कि उन लोगों ने आदित्य को जबरदस्ती कार में बिठाया और अपनी दुकान ले गए। वहां उन्होंने मोबाइल का बकाया पैसा वापस न करने पर आदित्य के साथ मारपीट की। साथ ही उसके गले में धारदार हथियार रखकर जान से मारने की धमकी भी दी थी। शिकायत पर नेवई पुलिस ने धारा 365, 506 बी, 34 के तहत अपराध दर्ज कर मामले को जांच में लिया।
फरार होने की फिराक में थे आरोपी
मामले में टीम गठित कर आरोपी की तलाश की गई। तलाश के कुछ घंटे में ही आरोपी दीपक कुमार प्रजापति, शरणजीत सिंह, अरविंद कुमार महतो और एक नाबालिग को हिरासत में ले लिया गया है। सभी आरोपी कार से फरार होने की तैयारी में थे। पूछताछ में उन्होंने आदित्य का अपहरण कर उसके साथ मारपीट करने की घटना को स्वीकार किया। पुलिस ने अपचारी बालक सहित अन्य सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।