याज्ञवल्क्य मिश्रा, Raipur. प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने 11 अक्टूबर तड़के रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू, उनके पति आईएएस जेपी मौर्या, IAS समीर बिश्नोई, मुख्यमंत्री बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया, कोल व्यवसायी सुनील अग्रवाल, महासमुंद में कांग्रेस के नेता अग्नि चंद्राकर और चर्चित व्यवसायी सूर्यकांत तिवारी के निवास पर दबिश दी। ये छापे तड़के 5 बजे से 7 बजे के बीच पड़े हैं।
ED पहली बार किसी कलेक्टर के सरकारी बंगले पहुंची
ऐसा पहली बार हुआ होगा कि ED की टीम किसी कलेक्टर के सरकारी बंगले पहुंची हो। रायगढ़ में पदस्थ कलेक्टर IAS रानू साहू के घर पर तड़के प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने दस्तक दी। ठीक उसी वक्त कलेक्टर रानू साहू के पति IAS जेपी मौर्या के देवेंद्र नगर स्थित आवास पर भी ED पहुंची। देवेंद्र नगर वीआईपी कॉलोनी है। यह आईएएस अधिकारियों के शासकीय आवास की कॉलोनी है।
जेपी मौर्या खनिज विभाग के सचिव हैं। ED के रडार पर तीसरा नाम IAS समीर बिश्नोई का है। समीर बिश्नोई 2009 बैच के IAS हैं। इसके अलावा शराब व्यवसायी अमोलक भाटिया, कोयला व्यवसायी सुनील अग्रवाल के यहां भी छापे पड़े हैं। ED की टीम ने छत्तीसगढ़ राज्य बीज और कृषि विकास निगम के अध्यक्ष अग्नि चंद्राकर के यहां भी दबिश दी है। ED की टीम की कार्रवाई चर्चित व्यवसायी सूर्यकांत तिवारी के घर पर भी चल रही है। अग्नि चंद्राकर, सूर्यकांत तिवारी के ससुर हैं।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने कहा- छापे दबाव बनाने के लिए डाले जा रहे, हम नहीं डरते
छत्तीसगढ़ में ईडी के ताबड़तोड़ छापामार कार्यवाही के बीच छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे दबाव बनाने और राजनीतिक विद्वेष की कार्रवाई करार दिया। प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद केंद्रीय एजेंसियों की यह चौथी दबिश है। राज्य में भूपेश सरकार का सबसे पहले सामना आयकर विभाग से 2020 में हुआ था। हालिया दिनों फिर आयकर के छापे पड़े और अब ईडी ने सत्ता प्रतिष्ठान के चिर परिचित करीबी चेहरों पर दबिश दी है।
यह पहला मौका है, जब प्रवर्तन निदेशालय के छापों के बीच सत्ताधारी कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रिया आई। कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि हमें तो पहले से आशंका थी कि भारतीय जनता पार्टी सीधी राजनैतिक लड़ाई नहीं लड़ पाएगी तो केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग छत्तीसगढ़ में करेगी। मुख्यमंत्री जी ने अनेक बार इसकी आशंका जाहिर की थी। ये छापे भी इसी ओर इंगित करते हैं। यदि रूटीन में कानून सम्मत कार्रवाई की जाए तो कहीं कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन दबाव बनाने के लिए राजनीतिक विद्वेषवश केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग पूरे देश में बीजेपी कर रही है, वह निंदनीय है। कांग्रेस पार्टी इस प्रकार की कुचालों से डरनेवाली नहीं है। हम इनका पूरा मुकाबला करेंगे और इनको जनता के बीच में बेनकाब करेंगे।