Raipur।नियमों की अवहेलना पर साल भर में 2788 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित हुए हैं जबकि 4 लायसेंस निरस्त किए गए हैं। अगर औसत निकालें तो हर रोज़ प्रदेश में आठ ड्रायविंग लायसेंस सस्पेंड होते हैं। परिवहन विभाग ने संकेत दिए हैं कि अब कार्यवाही और सख़्ती से की जाएगी, याने निलंबित होने वाले लायसेंस के आँकड़े इस जून से बढ़ सकते हैं। परिवहन विभाग राज्य में लगातार होते हादसों को देखते हुए अब बेहद कड़ाई के मंशा में है।
आँकड़ों में राजनांदगांव, रायपुर, दुर्ग भिलाई,कोरबा और बिलासपुर टॉप फाइव में
साल भर में ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित होने की संख्या देखें तो संस्कारधानी कहलाने वाला शहर राजनांदगाँव टॉप पर हैं जहां नियमों को धता बता कर गाड़ी चलाते हुए लोगों पर कार्यवाही हुई। राजनांदगाँव में सर्वाधिक 577 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए गए हैं। प्रदेश की राजधानी रायपुर में यह आँकड़ा राजनांदगाँव से केवल 22 अंक नीचे हैं। रायपुर में 555 लोगों के ड्रायविंग लायसेंस निलंबित हुए हैं।जबकि प्रदेश की दो उद्योग नगरी दुर्ग भिलाई में 337 और कोरबा में 322 लायसेंस सस्पेंड हुए हैं।न्यायाधानी कहलाने वाला शहर बिलासपुर कोरबा से आगे है, यहाँ 323 चालकों के लायसेंस सस्पेंड हो गए हैं।
चार ज़िलों में आँकड़ा शून्य
प्रदेश के 28 ज़िलों में से चार ज़िले ऐसे हैं जहां एक भी ड्रायवर के लायसेंस सस्पेंड नहीं हुए हैं। यह मान पाना बेहद कठिन है कि इन तीन ज़िलों में चालक इस कदर सावधानी से चलाते हों कि कार्यवाही के दायरे में ना आएँ। बहरहाल ये चार ज़िले हैं कबीरधाम (कवर्धा ),नारायणपुर,सुकमा और गौरैला-पेंड्रा-मरवाही। इनमें से नारायणपुर और सुकमा सघन नक्सल प्रभावित इलाक़े हैं।
इन ज़िलों में लायसेंस निलंबन की हुई कार्यवाही
रायपुर,दुर्ग-भिलाई,राजनांदगाँव, कोरबा और बिलासपुर के आँकड़े को छोड़ दें तो शेष 19 ज़िलों में जगदलपुर और गरियाबंद में निलंबित लायसेंस की संख्या इकाई में है, शेष सत्रह ज़िलों में यह आँकड़ा दहाई या फिर सैकड़ा में है।जगदलपुर में 2,गरियाबंद में 4,धमतरी में 81,महासमुंद में 47,जांजगीर-चाँपा में 40,रायगढ़ में 107, जशपुर में 28,सरगुजा ( अंबिकापुर) में 46,कोरिया ( बैकुंठपुर ) में 11,दंतेवाड़ा में 23,कांकेर में 51,बीजापुर में 20,बलौदा बाज़ार-भाटापारा में 38,बालोद में 37,बेमेतरा में 15,कोंडागांव में 10,मुंगेली में 30,सूरजपुर में 70 और बलरामपुर में 14 लायसेंस निलंबित हुए हैं।
चार ज़िलों में लायसेंस निरस्त भी हुए
प्रदेश के कोरबा,रायगढ़,जगदलपुर और सूरजपुर में लायसेंस निरस्त भी किए गए हैं। इन चारों ही ज़िलों में एक-एक लायसेंस निरस्त किया गया है।
कब होता है लायसेंस सस्पेंड
सुप्रीम कोर्ट ने एक समिति बना रखी है जो हर तीसरे महिने समीक्षा करती है। जिन कारणों से ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित होता है उनमें निर्धारित गति से तेज चलाना,ओव्हरलोड गाड़ी चलाना, नशे में गाड़ी चलाना,गाड़ी चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल शामिल हैं। हालिया दिनों में ग़लत दिशा में गाड़ी चलाना और सिग्नल को जंप करने पर भी लायसेंस सस्पेंड होता है।लायसेंस सस्पेंड की मियाद तीन महिने से छ महिने तक की हो सकती है।ज़ाहिर है इस बीच में आप वाहन चलाते हैं तो आप दूसरा अपराध करते हैं और यदि कोई हादसा हुआ तो सामने वाले का पूरा हर्जाना भी आपको ही स्वतः वहन करना होगा, क्योंकि तब बीमा कंपनी क्लेम नहीं देगी, इस हर्जाने के साथ साथ अपराध दर्ज होगा और कोर्ट के चक्कर के बाद तयशुदा सजा या कि जुर्माना होगा।
कार्यवाही होगी और सख्त बहरहाल ख़बर यह भी है कि परिवहन विभाग सड़क हादसों के बढ़ते आँकड़े देख अब लायसेंस सस्पेंड और लायसेंस निरस्त की कार्यवाही तेज करने जा रहा है।इस बार कोई सिफ़ारिश पर भी परिवहन विभाग कान नहीं देगा।