Rajnandganwa। ज़मीन में गड़े ख़ज़ाने की तलाश में छ लोग अपहरण के मामले में जा फँसे हैं, और जेल पहुँच गए हैं। ये सभी छ इस अंधविश्वास को मानते थे कि उल्टा पैदा होने वाला बच्चा धरती के नीचे यदि ख़ज़ाना हो तो उसे पहचान लेता है।इस फेर में वे एक ऐसे पिता पुत्र को उपचार के बहाने अपहरण कर जंगल में घुमाते रहे, जिसे लेकर ( पुत्र को लेकर ) वे जानते थे कि वह उल्टा पैदा हुआ है।आरोपियों में एक शासकीय कर्मचारी है।
रात भर जंगल में ख़ज़ाना खोजते रहे
आरोपी गणेश राम जैन, उमर फारुख,मनीष श्रीवास्तव,अनिल साहू, भुवन टेंभुलकर और कमेश्वर साहू ने दुर्ग निवासी रुप सिंह ध्रुव और उसके बेटे को जो कि उल्टा पैदा हुआ था, उसे उपचार के बहाने नागपुर ले जाने की बात कहकर महाराष्ट्र सीमा पर ठाकुरटोला गाँव के पास मौजूद जंगल में रात भर घुमाते रहे। आरोपियों को शक था कि, जंगल में ख़ज़ाना गड़ा है।
ढाबा संचालक ने पुलिस को सूचना दी
ज़िले के जनकपुर ईलाके में स्थित ढाबा संचालक ने पुलिस को तब सूचना दी जबकि, सभी आरोपी पीड़ित पिता पुत्र को एक गाड़ी से दूसरे गाड़ी में ज़बर्दस्ती बैठा रहे थे, और पिता पुत्र विरोध करते हुए मदद की गुहार लगा रहे थे।