Raipur। राजधानी पुलिस ने ट्रेफ़िक पुलिस के फ़र्ज़ी ई चालान के ज़रिए नागरिकों से QR कोड भेजकर उनसे राशि वसूलने वाले गिरोह को दिल्ली से गिरफ़्तार किया है।यह गिरोह नागरिकों को उनके मोबाईल पर यातायात नियमों की अवहेलना के मामले में व्हाट्सएप कॉल के ज़रिए मैसेज करता था, और फ़र्ज़ी ई चालान भेज उसका भुगतान QR कोड के ज़रिए ले लेता था। राजधानी के पुरानी बस्ती थाने में एक युवक से इस तरीक़े से ठगी का मामला दर्ज हुआ था।
दिल्ली से ऑपरेट होता था गैंग, कुरिअर बॉय बनकर पहुँची रायपुर पुलिस
पुलिस को प्रारंभिक तौर पर यह समझ आ गया था कि, ये नंबर दिल्ली और यूपी से संचालित हैं।पुलिस, कुरियर बॉय
बनकर नंबरों के पते पर पहुँची और तस्दीक़ की। पुलिस को पता चला कि,दिल्ली के तिलक नगर में वैल्यू सर्विसेस प्रायवेट लिमिटेड के नाम से कॉल सेंटर संचालित हो रहा है, और वहीं से ना केवल छत्तीसगढ़ बल्कि विभिन्न राज्यों के ई चालान के नाम पर ठगी की जा रही है।पुलिस ने छ आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया।
डाटा उपलब्ध कराने वालों के नाम भी आए सामने, होंगे गिरफ़्तार
मास्टर माइंड विभांशु गर्ग है जो एमबीए की पढ़ाई किया हुआ है।इसने दिल्ली उत्तर प्रदेश राजस्थान में अलग अलग लोगों से डाटा ख़रीदा और इन घटनाओं को कारित किया। पुलिस को विभांशु गर्ग ने डाटा उपलब्ध कराने वालों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई है। पुलिस अब उन पर भी शिकंजा सकने वाली है।