Raigarh। कोयले का काला खेल केवल अवैध उत्खनन तक नही है। काले हीरे में वारा न्यारा उसकी ट्रांसपोर्टिंग में भी हो रहा है। इस में कोयला खदान से अच्छी क्वालिटी का कोयला ट्रक में लोड होता है लेकिन जिस जगह उसे पहुँचना होता है वहाँ पहुँचने पर अच्छी क्वालिटी के कोयले की जगह घटिया क्वालिटी का कोयला मौजुद होता है। अच्छी क्वालिटी का कोयला रास्ते में कहीं पर उतार लिया जाता है और जितनी मात्रा का कोयला उतरता है उतनी ही मात्रा का ख़राब क्वालिटी का कोयला ट्रक में चढ़ा कर गंतव्य के लिए रवाना कर दिया जाता है।
मिला मामला तो सख़्त हुई रायगढ़ पुलिस
उड़ीसा के गरजनमाल खदान से दो ट्रकों में जी ग्रेड 15 कोयला लोड हुआ जिसे आर के एम कंपनी में देना था, जबकि ट्रक आर के एम कंपनी में पहुँचा तो वहाँ अचानक क्वालिटी टेस्ट हुआ जिससे साबित हुआ कि जो कोयला खदान से रवाना हुआ था, वह कोयला कंपनी के डंपिग में पहुँचने के दौरान ख़राब क्वालिटी कोयले में बदल गया है। आर के एम पॉवर कंपनी ने कोयला लेने से इंकार किया तो ट्रांसपोर्टर मौक़े पर पहुँचे। मामला स्पष्ट हो गया कि, अच्छी क्वालिटी का कोयला बीच रास्ते में उतार कर ख़राब क्वालिटी का कोयला लाद लिया गया है। यदि क्वालिटी टेस्ट ना होता तो यह ख़राब क्वालिटी का कोयला खप जाता।
खुद को फँसते देख दोनों ट्क ड्रायवर मौक़े से भाग निकले, इधर ट्रांसपोर्टर ने पुलिस में अमानत में ख़यानत का मामला दर्ज करा दिया। पुलिस ने इस मामले में ट्रांसपोर्टर की रिपोर्ट पर दोनों ड्रायवरों के खिलाफ धारा 406 और 420 का मामला दर्ज कर विवेचना कर रही है।
कहाँ हो रहा खेल और कौन कौन हैं शामिल
रायगढ़ पुलिस को शक है कि रास्ते में कुछ जगहों पर मौजूद कोल डिपो में यह खेल होता है। जिसमें ट्रक से अच्छी क्वालिटी का कोयला उतार कर ख़राब क्वालिटी का कोयला भर कर ठिकाने के लिए रवाना कर दिया जाता है।अच्छी क्वालिटी का कोयला बेहतर क़ीमत पर मार्केट में बेच दिया जाता है। जिन कंपनियों के लिए ट्रक कोयला ट्रांसपोर्टिंग करते हैं वहाँ ख़राब क्वालिटी का कोयला खप जाता है क्योंकि कई बार कोयले की क्वालिटी की टेस्टिंग नहीं होती। रायगढ पुलिस इस मामले में केवल ड्राइवरों को दोषी नहीं मान रही है, पुलिस यह मान रही है कि इस मामले में लंबा गिरोह सक्रिय है और इसमें कई लोग शामिल हैं। पुलिस सख़्ती से जाँच कर रही है और जल्द ही मामले का खुलासा करने का दावा किया जा रहा है।