BILASPUR. गृह और पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बिलासपुर प्रवास के दौरान अलग-अलग मुद्दों को लेकर बीजेपी, पूर्ववर्ती राज्य सरकार और केंद्र पर बड़ा हमला बोला है। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने सड़कों को लेकर हो रही सियासत पर बीजेपी नेता सरोज पांडेय और पूर्व मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि सरोज पांडेय खराब सड़क के नाम पर एक गड्ढे में अपना चार्मिंग फेस लेकर फोटो खिंचवा रहीं हैं, जबकि सड़कें बनाने के लिए पहले खोदना होता है। खोदें और उसी रात सड़क बन जाए ऐसा नहीं होता है। गड्ढे में खड़े होकर फोटो खिंचवाना इनकी आदत हो गई है। जहां हमारी चार्मिंग चिकनी सड़कें हैं, वहां भी कभी उन्हें फोटो खिंचवाना चाहिए।
'पाई-पाई का हिसाब देने को तैयार है सरकार'
ताम्रध्वज साहू ने कहा कि रमन सिंह बोलते हैं कि प्रदेश में 62 हजार किलोमीटर सड़कें हैं। जबकि प्रदेश में हमारी टोटल सड़क करीब 34 हजार किलोमीटर हैं। ऐसे में रमन सिंह बताएं 62 हजार किलोमीटर सड़कें कहां हैं। बाकी सड़कें कहां हैं, सड़कों का पैसा कहां है। हमारी सरकार सड़कों की एक-एक पाई का हिसाब देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि 15 साल में सड़कें अच्छी बनती तो आज हमें एक भी सड़क बनानी नहीं पड़ती। गृह मंत्री ने आगे कानून व्यवस्था पर विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि किसी के घर में किसी को कोई जाकर मारे, कोई घर में फांसी लगा ले, उसमें कानून व्यवस्था की बात नहीं आती है। कहीं चक्काजाम हो, हड़ताल हो उसको हम कंट्रोल नहीं कर पाएं, तब कानून व्यवस्था की बात है।
'हर व्यक्ति के पीछे पुलिस नहीं लगा सकते'
बीजेपी के लोग अजीब-सा प्रश्न, अजीब-सी बात उठाते हैं। हर घर में हर व्यक्ति के पीछे कोई पुलिस नहीं लगा सकता है। दुर्ग की घटना में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है। दो आरोपी उड़ीसा की तरफ भागे हैं। उम्मीद है जल्द इसमें खुलासा हो जाएगा। आगे गृह मंत्री ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि दो चार साल बाद बीजेपी नाम की पार्टी रह जाएगी। बीजेपी में सारे कांग्रेसी रहेंगे। अच्छा है इनकी संस्कृति फिर खत्म हो जाएगी।
यात्री ट्रेन रद्द करके मालगाड़ी चला रही सरकार
गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि कांग्रेस छोड़कर कोई नहीं भाग रहा है। केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर बीजेपी ने महाराष्ट्र, गोवा में क्या किया। ये सारा काम लालच देकर किया जा रहा है। आगे गृह मंत्री ने रेलवे के बहाने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि लगातार यात्री ट्रेनें रद्द करके मालगाड़ी चलाई जा रही हैं, इसके बावजूद कोल संकट फैक्ट्रियों में बना हुआ है। केंद्र का प्रबंधन ठीक नहीं है। छत्तीसगढ़ सरकार के अंदर सभी विभागों का प्रबंधन बेहतरीन है। इसी का परिणाम है किसान, मजदूर, नौकरीपेशा खुश हैं। आदिवासी, महिला, संस्कृति संस्कार में सुधार हमारी सरकार के बेहतर प्रबंधन का परिणाम है।