Raipur: वन्य प्राणियों का शिकार रोकने में सरकार नाकाम! डराने वाले हैं आंकड़े

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Raipur: वन्य प्राणियों का शिकार रोकने में सरकार नाकाम! डराने वाले हैं आंकड़े

Raipur: छत्तीसगढ़ में वन्य प्राणियों की कमी नहीं है। वन्य प्राणियों की तादाद ज्यादा है और उतने ही बुलंद हौसले हैं शिकारियों के। जो सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद शिकार करने में कामयाब हो जाते हैं। पिछले दिनों में कोरिया में बाघ के शिकार की घटना सामने आई। उसके बाद बिलासपुर के सीपत में करंट लगने से एक चीतल की जान लेने का मामला सामने आया. ये मामले अब तक ठंडे नहीं पड़े थे और अब गरियाबंद में भालू के शिकार का मामला सुर्खियों में आ चुका है. वन विभाग ने ऐसे तीन शिकारियों को गिरफ्तार किया है जिनके पास से भालू के अलग अलग अंग, चीतल की खाल और सोग बरामद किए गए हैं. इन तीनों शिकारियों को फिलहाल अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है. इन शिकारियों से पूछताछ में पता चला कि ये शिकारी न सिर्फ भालू बल्कि दूसरे जंगली जानवरों का शिकार भी करते रहे हैं.



डॉग स्क्वॉड से पकड़े शिकारी



गरियाबंद वनमण्डलाधिकारी मंयक अग्रवाल ने ये जानकारी दी कि उर्तुली परिसर के आमदी गांव में कक्ष क्रमांक 641 सतीनदी के पास भालू का  शिकार होने की सूचना है। जांच के लिए जंगल सफारी से डॉग स्क्वॉड की टीम बुलवाई गई। जांच के दौरान डॉग स्क्वॉड में शामिल खूंखार डॉग प्यारेलाल ध्रुव के घर और बाड़ी पर गए। बाड़ी के अंदर से चीतल की एक खाल जिसे सूखा कहते हैं, बरामद किया गया। इसी तरह आमदी (द) के रहने वाले चैतराम गोड़ के घर से भालू के शरीर के अंग, तीन नाखून बरामद किए गए। पूछताछ में इन लोगों ने शिकार का सच उगल दिया। 



तीनों आरोपियों को भेजा गया जेल 



शिकार के लिए इस्तेमाल की गई कुल्हाड़ी सहित अन्य औजार भी वन विभाग ने बरामद कर लिए हैं। चैतराम ने कुल्हाड़ी से पंजा काटना भी स्वीकार कर लिया है। चैतराम ने पूछताछ में  अपने साथी मोहन चक्रधारी को भी शिकार में शामिल होना बताया। उसके घर की जांच करने पर चीतल का 1 नग सींग और भालू का गुप्तांग  भी बरामद हुआ। तीनों आरोपियों चैतराम ध्रुव, मोहन चक्रधारी और प्यारेलाल ध्रुव के विरूद्ध वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 39 (1) 44, 49, 50, 51, 52 एवं 57 के तहत न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।  



शिकार और तस्करी के चिंताजनक मामले 



● 7 जून 2022 - गरियाबंद जिले-  उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व से वन विभाग ने एक नर तेंदुए का शव बरामद किया। तेंदुए के शरीर से उसके पंजे और दांत के साथ कई अंग गायब थे। तेंदुए की मौत के तीन दिन बाद वन विभाग को इसकी जानकारी मिल सकी।



● 6 जून 2022-  कोरिया - गुरु घासीदास नेशनल पार्क में एक बाघ की मौत हो गई। बाघ ने भैंस का शिकार किया था, इससे गुस्साए मालिक ने भैंस के शव पर कीटनाशक दवा डाल दी, जिसे खाने से बाघ की मौके पर मौत हो गई। मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार हुए। 



● 30 मई 2022 - बिलासपुर - सीपत क्षेत्र में करंट से चीतल का शिकार किया गया। करंट की चपेट में आने से शिकारी की भी मौके पर ही मौत हो गई। शिकार में सहयोग करने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।  



● 7 फरवरी 2022 - धमतरी -  पुलिस ने तेंदुए की खाल के साथ 3 आरोपियों को धर दबोचा। 

● 25 जनवरी 2022 - कांकेर -  पुलिस ने तेंदुए की खाल के साथ 4 शिकारियों को पकड़ा। 

● 27 जनवरी 2022 - गरियाबंद -  पीपरछेड़ी थाना की पुलिस ने एक जिंदा पैंगोलिन के साथ तस्कर को गिरफ्तार किया गया था। उस जिंदा पैंगोलिन की कीमत 5 लाख बताई गई थी। 



● 24 दिसंबर 2021 - राजनांदगांव - एक दुर्लभ प्रजाति के सांप 'रेड सैंड बोआ' के साथ पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए। ये कार्रवाई वन विभाग ने की थी। 



● 9 नवंबर 2021 - धमतरी - अर्जुनी पुलिस ने बोरे में तेंदुए की खाल लिए घूम रहे प्रेम लाल मंडावी को पकड़ा. वो ग्राहक की तलाश में था।




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