DANTEWADA. नक्सलियों ने 18 सितंबर (रविवार) की रात दंतेवाड़ा के भांसी क्षेत्र में एक मालगाड़ी को रुकवाकर लोको पायलट से वाकी-टाकी लूट लिया। इसके साथ ही एक डिब्बे में अपना बैनर भी बांध दिया और जंगल की ओर भाग निकले। रेल अफसरों की सूचना के बाद पुलिस पतासाजी में जुट गई है।
लाल बैनर से ट्रैक पर खड़े होकर मालगाड़ी को रुकवाया
मामला किरंदुल-विशाखापट्टनम मार्ग पर भांसी क्षेत्र के झिरका-बासनपुर जंगल के बीच का है। यहां से एक मालगाड़ी गुजर रही थी। क्षेत्र संवेदनशील होने के कारण रफ्तार बेहद कम थी। प्रत्यक्षदर्शी रेल कर्मचारियों के मुताबिक लगभग 30 की संख्या में पहुंचे नक्सलियों ने लाल बैनर लिए ट्रैक पर खड़े होकर मालगाड़ी को रुकवाया। लोको पायलट ने भी इमरजेंसी ब्रेक लगाकर मालगाड़ी को रोका। इसके बाद नक्सलियों ने पास आकर लोको पायलट समेत सभी कर्मचारियों को नीचे उतारा। इस बीच लोको पायलट से उनका वाकी-टाकी लूट लिया।
नक्सलियों ने रेल कर्मचारी को नहीं पहुंचाया नुकसान
वहीं मालगाड़ी के एक वैगन पर बैनर भी बांध दिया। हालांकि इन सबके बीच नक्सलियों ने किसी भी रेल कर्मचारी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। बैनर बांधने के बाद नक्सली भी चले गए। नक्सलियों के जाने के बाद लोको पायलट ने मालगाड़ी को रवाना किया। साथ ही इसकी सूचना रेलवे के उच्चाधिकारियों को दी गई।
रेल अफसरों ने तत्काल पुलिस को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। अब पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। फिलहाल मौके पर मौजूद रेल कर्मचारियों का बयान दर्ज नहीं हो पाया है। इसके बाद ही कुछ और जानकारी सामने आने की बात कही जा रही है।
बैनर में लिखा- क्रांतिकारी उत्सव उमंग से मनाएं
नक्सलियों ने जो बैनर मालगाड़ी के डिब्बे पर बांधा था, उसपर क्रांतिकारी उत्सव उमंग के साथ मानाने की बात लिखी है। साथ ही लिखा है कि पार्टी को अभेद्य पार्टी के रूप में मजबूत करें। माना जा रहा है कि नक्सलियों ने केवल प्रचार पाने के लिए ट्रेन रोकी और कर्मचारी जल्दी मदद न मांग पाएं, इसलिए वॉकी-टॉकी छीन लिया।