दमोह. मध्यप्रदेश के कई हिस्से पानी न गिरने के कारण सूखे की चपेट में आ गए हैं। इसी कारण अब बारिश के लिए ग्रामीण टोटके का सहारा ले रहे हैं। ताजा मामला दमोह के जबेरा ब्लॉक के अमदर पंचायत के बनिया गांव (baniya village) का है। यहां टोटके के लिए छोटी- छोटी बच्चियों को नग्न करके गांव में घुमाया गया। इस दौरान उनके सिर पर मूसल भी रखा गया। इस अमानवीय कृत्य को ग्रामीणों ने एक उत्सव बना दिया। 7 सितंबर को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य को नोटिस जारी कर 10 दिन के अंदर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। आयोग ने कलेक्टर से बच्चियों का आयु प्रमाण पत्र, जांच रिपोर्ट और अन्य दस्तावेज मांगे हैं। कलेक्टर ने जांच में तथ्य सामने आने के बाद कार्रवाई की बात कही है।
बारिश के लिए पुरानी मान्यताओं का सहारा
गांव में पुरानी मान्यता (tradition) है कि छोटी-छोटी बच्चियों को पूर्ण नग्न कर उनके कंधों पर मूसल रखा जाता है। साथ ही उनके सिर पर एक मूसल में मेंढक को बांधा जाता है। इसे लेकर बच्चियां पूरे गांव में घूमती हैं और पीछे पीछे महिलाएं भजन कीर्तन करती जाती हैं। रास्ते मे पड़ने वाले घरों से ये महिलाएं आटा दाल मांगती हैं। इस दौरान जो राशन जमा होता है उससे गांव में भंडारा किया जाता है। इसी कारण नग्न बच्चियों के साथ उनके परिजन भी मौजूद थे।
शिकायत मिली तो कार्रवाई करेंगे- SP
एक प्रथा के लिए छोटी-छोटी बच्चियों के साथ अमानवीयता बरती गई है। इस पर दमोह पुलिस अधीक्षक (Damoh SP) डी आर तेनिवार का कहना है कि ये एक परंपरा है। इसे अंधविश्वास भी कह सकते हैं। पानी गिराने के लिए ग्रामीण इसे करते हैं। अभी सूचना मिली है। इसकी तस्दीक की जा रही है कि कही बच्चियों के साथ जबरदस्ती तो नहीं की गई है। अगर इस मामले में शिकायत मिलती है तो कार्रवाई करेंगे। लेकिन यह सब सहमति से ही होता है।