JANJGIR. भेंट-मुलाकात के अपने कार्यक्रम के सिलसिले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 19 अक्टूबर बुधवार को भी जांजगीर-चांपा जिले में ही रहे। शिवरीनारायण के रेस्ट हाउस में बड़ी संख्या में कई समाजों के प्रमुख और सामाजिक संगठनों के लोगों ने उनसे मुलाकात की। इस दौरान न सिर्फ अपने समाज के लिए उनके समक्ष मांगें रखीं बल्कि मुख्यमंत्री के सम्मान और स्वागत में उन्होंने भी कोई कमी नहीं की। अन्य पिछड़ा वर्ग संगठन की ओर से तो बकायदा खुरमी, ठेठरी और अरसा समेत दूसरे छत्तीसगढ़ी पकवानों से मुख्यमंत्री को तौला गया। वहीं सीएम ने भी किसी को निराश नहीं किया और सभी समाजों की मांगों को स्वीकृति देते हुए अफसरों को जरूरी निर्देश दिए। इस दौरान कुल 1.60 करोड़ रुपये की मांगें मंजूर की गईं।
सीएम ने क्षेत्र को दी कई सौगात
मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में सिख समाज की मांग पर पामगढ़ के गुरुद्वारे में धर्मशाला बनाने के लिए 20 लाख रुपये और घाट निर्माण को भी मंजूरी दी। स्वर्णकार समाज के सामुदायिक भवन के लिए 15 लाख रुपये, नायक बंजारा समाज के सामुदायिक भवन के लिए 25 लाख रुपये मंजूर किए गए। केशरवानी समाज के धर्मशाला उन्नयन के लिए 20 लाख रुपये, राहौद में देवांगन समाज की धर्मशाला में अतिरिक्त कक्ष बनाने और केसला गांव में शाकंभरी भवन के लिए 10-10 लाख रुपये, सतनामी समाज को शिवरीनारायण में सामाजिक भवन और केवट निषाद समाज को छात्रावास भवन बनाने के लिए 25-25 लाख रुपये की स्वीकृति मुख्यमंत्री ने दी। इसी तरह सत्गुरू सेवा समिति पामगढ़ को सांस्कृतिक भवन और मंच निर्माण के लिए 10 लाख रुपये की मंजूरी दी गई। सीएम ने परशुराम चौक के नामकरण और गुरु घासीदास सतगंवा मेला समिति की ओर से मेला स्थल पर सौंदर्यीकरण की बात पर उन्होंने सहमति जताई। साथ ही यादव समाज के भवन और स्कूल की मरम्मत और पामगढ़ ब्लॉक के रीवा गांव में पहुंच मार्ग बनाने और सारथी समाज के लिए मुक्तिधाम निर्माण की स्वीकृति दी। वहीं उन्होंने कुर्मी समाज की ओर से सरदार पटेल चौक बनाने की मांग और राहौद को तहसील बनाने की मांग पर अफसरों को आवश्यक कार्यवाही और प्रक्रिया को लेकर जरूरी निर्देश दिए।
पुस्तकालय को उपन्यासकार का मिला नाम
इस मौके पर सीएम बघेल ने शिवरीनारायण में उपन्यासकार ठाकुर जगमोहन सिंह के नाम पर पुस्तकालय बनाने के निर्देश अफसरों को दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ठाकुर जगमोहन सिंह प्रसिद्ध उपन्यासकार थे। इसके साथ ही वे शिवरीनारायण के तहसीलदार भी रह चुके हैं। इस दौरान उन्होंने ठाकुर समाज की ओर से जांजगीर में महाराणा प्रताप की प्रतिमा स्थापित करने की मांग पर कलेक्टर को जगह का अवलोकन कर स्टीमेट बनाने की बात कही।