JANJGIR CHAMPA: हसदेव बांगो परियोजना (hansdeo bango project) की मुख्य नहर के अचानक फूटने से 2 किमी के दायरे में आ रहे मकान और खेतों में पानी भर गया। इस पानी की वजह से 100 एकड़ से ज्यादा के खेतों में लगी फसल बर्बाद हो गई। घरों में पानी घुसने से लोग परेशान हो गए। नहर जिस वक्त फूटी उस वक्त पूरा गांव सो रहा था। बमुश्किल 7 दिन पहले ही किसानों ने नहर से पानी रिसने की शिकायत की थी। जिस पर कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसका खामियाजा कई लोगों को भुगतना पड़ रहा है। पामगढ़ क्षेत्र के खेत और घरों को पानी से ज्यादा नुकसान हुआ है।
हसदेव बांगो परियोजना की मुख्य नहर से नहर से धान की फसल के लिए पानी छोड़ा जा रहा था। इसी दौरान तेज आवाज के साथ नहर फूट गई। जिससे पूरे इलाके में पानी फैल गया। पानी की रफ्तार इतनी तेज थी कि खेतों से होते हुए लोगों के घर में घुस गया।
धान की फसल बरबाद
ग्रामीणों के मुताबिक करीब 100 एकड़ क्षेत्र में फैली फसल बरबाद हो गई है। किसानों ने इस घटना के लिए नहर विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। किसानों का ये भी आरोप है कि घटिया निर्माण की वजह से नहर फूटी है। साथ ही लापरवाही भी है क्योंकि पानी रिसने की जानकारी देने के बाद भी यहां कोई कार्रवाई नहीं की गई।
राशन की व्यवस्था की गई
प्रशासन ने घटनास्थल का मुआयना कर मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया है। फसल सहित ग्रामीणों को हुए दूसरे नुकसान की रिपोर्ट भी बनाई जा रही है। साथ ही प्रभावितों के लिए राशन की व्यवस्था भी कराई गई। प्रशासन के मुताबिक फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और किसी तरह की जनहानि भी नहीं हुई है।