Raipur. आज का दिन उन 125 बच्चों के लिए स्थाई यादगार हो गया है, जो दसवीं बारहवीं की कक्षा में ज़िले और राज्य की प्रावीण्य सूची में शामिल थे। मुख्यमंत्री बघेल ने वायदा किया था कि, जो बच्चे ज़िले में टॉप करेंगे उन्हें हैलीकाप्टर से सैर कराई जाएगी। आज शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह और शिक्षा सचिव डॉ आलोक शुक्ला की मौजूदगी में सात सीटर हैलीकाप्टर से इन बच्चों को बारी बारी से सैर कराई गई।
चेहरे की चमक ने बताया कितने ख़ुश हैं बच्चे
सीएम बघेल जब भेंट मुलाक़ात कार्यक्रम के दौरान राजपुर में थे तब उन्होंने दसवीं बारहवीं में टॉपर बच्चों को हैलीकाप्टर राईड कराने का ऐलान किया था।सीएम बघेल जब इसी दौरे के दौरान रघुनाथनगर पहुँचे थे तो एक छोटी बच्ची तुरंत उड़ने की ज़िद की थी। मासूम बच्ची ने कह दिया था दसवीं पहुँचने में देर हो जाएगी मेरे को। इस जवाब पर सीएम बघेल समेत सारे अधिकारी हंसने लगे थे। हालाँकि उस बच्ची को सहेलियों समेत मुख्यमंत्री बघेल ने तुरंत हैलीकाप्टर से एक चक्कर करवा दिया था। बहरहाल जैसा सीएम बघेल की घोषणा थी, वह घोषणा आज पूरी हुई। दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में प्रावीण्य सूची में जगह बनाने वाले 125 छात्र छात्राओं को बारी बारी से हैलीकाप्टर में सैर कराई गई। इन बच्चों में बस्तर के पहुँच विहीन इलाक़े से आने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति अबुझमाडिया के देवानंद थे तो दामिनी वर्मा भी। सभी 123 बच्चों के चेहरे की चमक बता रही थी कि, उन्हें हैलीकाप्टर से आसमान क़रीब और नीचे धरती छोटी देखने का मौका नायाब यादगार बन गया है।
देश का पहला राज्य जिसमें किया ऐसा प्रयोग
छत्तीसगढ़ देश का पहला ऐसा राज्य है जिसने प्रावीण्य सूची में आने वाले बच्चों को बतौर प्रोत्साहन हैलीकाप्टर राईड कराई हो।इस प्रयोग ने बच्चों का तो उत्साह बढ़ाया ही है, सीएम बघेल को भी सकारात्मक चर्चा में ला दिया है।