KORBA. कोरबा में पुलिस ने जुआरियों पर कार्रवाई की है। बीच जंगल में अवैध जुआ खेलते हुए पुलिस ने कई रसूखदार जुआरियों को पकड़ा है। पुलिस ने मौके से ट्रैक्टर भरकर वाहनों को थाने पहुंचाया। पूरा मामला कोरबा जिले के पाली थाना क्षेत्र का है। यहां जंगल में दोपहिया और चारपहिया गाड़ियों की कतार लगी थी। ऊपर पहाड़ पर लोगों का मजमा लगा था। उनके बीच राजा-रानी, गुलाम और एक्का-दुग्गी-तीग्गी की बिसात बिछी थी। ऐन मौके पर पुलिस ने पहुंचकर भंडाफोड़ किया।
बीच जंगल में पहाड़ पर चल रहा था जुआ
पाली थाना क्षेत्र में चैतुरगढ़-जेमरा के जंगल में फड़ सजाकर जुआ खेलाने की सूचना कोरबा जिले के प्रभारी एसपी यू.उदय किरण को मिली थी। उनके मार्गदर्शन में एक विशेष टीम बनाई गई, जिसने सुनियोजित तरीके से कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि जुआ खेलने वाले इतने लोग थे कि उनके दोपहिया वाहनों को कई ट्रैक्टरों में भरकर थाना लाया गया। इसी के साथ करीब चार कारों को भी जब्त किया गया है। सभी को पाली थाना लाया गया। वहीं पहाड़ पर पहुंचकर जुआरियों को गिरफ्तार किया गया तो वहां भी अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस के पहुंचते ही मची अफरा-तफरी
जंगल में जुआ खेलने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची जिसके बाद जुआरियों में अफरा-तफरी मच गई हालाकि पुलिस ने मौके से जुआरियों को गिरफ्तार कर लिया है और ट्रैक्टर में भरकर उनके वाहनों को थाने भेजा। पुलिस ने मौके से करीब तीन लाख 10 हजार रुपये जब्त किए गए हैं। हालांकि चर्चा कुछ करोड़ रुपये तक का जुआ पकड़ने की चल रही थी, लेकिन पुलिस के खुलासे में ये रकम कम बताई गई है।
स्थानीय रसूखदार खिला रहे जुआ
सूचना ये भी है कि इतने बड़ पैमाने पर जुआ कुछ स्थानीय रसूखदार खिला रहे हैं। ऐसे में पुलिस अब जुआरियों से पूछताछ करेगी और उनकी भी धर पकड़ की जाएगी। कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां लंबे समय से और बड़े पैमाने पर जुआ चलता आ रहा है। इसमें स्थानीय और जिले के कई रसूखदार लोग आकर बड़े-बड़े दांव लगाते हैं। पड़ोसी जिलों से भी जुआरी यहां पहुंचते रहे हैं।
स्थानीय पुलिस की मिलीभगत के बिना कैसे है संभव?
चैतुरगढ़ ऐतिहासिक और पुरातात्विक स्थल होने के साथ ही पर्यटन का भी बड़ा केंद्र है। ऐसे में यहां सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासन की आवाजाही भी समय-समय पर होते रहती है। इन सबके बाद भी इतने बड़े पैमाने पर जुआ होने की खबर स्थानीय पुलिस को नहीं होना संभव नहीं है। चर्चा ये है कि पुलिस की भी इसमें मिलीभगत रहती है, जिससे रसूखदार बेखौफ होकर यहां जुआ का संचालन करते हैं। ये और बात है कि आईपीएस उदय किरण को इसकी सूचना मिल गई और उन्होंने विशेष टीम के जरिए यहां कार्रवाई करा दी।