Raipur. प्रदेश में गाय एक बार फिर सियासत के केंद्र में आ गई है। इस बार मसला भूपेश सरकार की फ़्लैगशिप योजना गौठान से सीधे जुड़ा हुआ है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने जांजगीर-चाँपा ज़िले के गाँव भैंसों के गौठान की तस्वीरें शेयर कर आरोप लगाया है कि, एक महीने में 90 गाय की मौत हो गई है। वहीं कांग्रेस इन आरोपों को केवल सनसनी फैलाने वाले आरोप करार देते हुए नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के आरोपों को ख़ारिज कर रही है।
क्या कहा LOP चंदेल ने
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने मृत गायों की तस्वीरों के साथ दावा किया है कि, एक महीने के अंतराल में इस गौठान में क़रीब 90 गाय मर गई हैं। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा
“यह मौतें सरकारी गौठान में हुई है, जिन गौठानों को लेकर भूपेश सरकार बड़े बड़े दावे करती है। इन गायों के लिए ना चारा है ना पानी और ना छाया।अभी भी गाय बड़ी संख्या में बीमार है।गौठानों की बदहाली के लिए और गौमाता की मौत के लिए ज़िम्मेदारी तय होनी चाहिए।
गौसेवा आयोग और शाकंभरी बोर्ड के अध्यक्ष का क्षेत्र है भैंसों
जिस जगह का यह मसला है यह इलाक़ा है सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास का, वहीं शाकंभरी बोर्ड के अध्यक्ष रामकुमार पटेल का गाँव भी बिल्कुल पास है। इन दोनों के हवाले से भी बीजेपी आरोप लगा रही है कि, गायों की लगातार मौत के बावजूद दोनों को यहाँ आने की फ़ुरसत नहीं मिली।