Raipur।झीरम घाटी पर जस्टिस प्रशांत मिश्रा की न्यायिक जाँच रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने संबंधी याचिका के हाईकोर्ट में दायर होने के क़रीब सोलह दिन बाद तंद्रा से जगी कांग्रेस ने याचिकाकर्ता धरमलाल कौशिक और भाजपा पर तीखे हमले करते हुए इस याचिका को जाँच से रोकने की कोशिश बताते हुए मंत्री शिव डहरिया को सामने लाई, जिन्होंने सीधा सवाल कर दिया कि आख़िर झीरम की जाँच भाजपा क्यों रुकवाना चाहती है, इस कांड में क्या भाजपा की संलिप्तता है ? इस बयान पर याचिकाकर्ता धरमलाल कौशिक जो सदन में नेता प्रतिपक्ष भी हैं उनका बयान सामने आया है। धरमलाल कौशिक ने सवाल किया है कि याचिका जस्टिस प्रशांत मिश्रा की न्यायिक जाँच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की माँग करती है, इस जाँच रिपोर्ट के सार्वजनिक हो जाने से कांग्रेस क्यों डर रही है? नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने जस्टिस प्रशांत मिश्रा की न्यायिक जाँच रिपोर्ट के प्रतिवेदन को लेकर मंत्री शिव डहरिया से पूछा है कि, क्या उन्होंने यह जाँच प्रतिवेदन को खोल कर देखा है ? पढ़ा है ? यदि नहीं तो किस आधार पर यह बयान दे दिया कि रिपोर्ट अधूरी है और बाक़ी जाँच की आवश्यकता है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा
“यह समझ नहीं आ रहा है कि आख़िर उस प्रतिवेदन से कांग्रेस क्यों घबराई हुई है,इस प्रतिवेदन को सार्वजनिक क्यों नहीं करना चाहती है।नया जाँच आयोग बना दिया गया तो पुराने आयोग की वैधता क्या हुई उस आयोग के प्रतिवेदन का क्या हुआ ? होना यह चाहिए था कि, प्रतिवेदन सदन में रखते, फिर उसका परीक्षण कराते और यदि पाते कि जाँच में कमी है तो फिर नई कमेटी बनाते। लेकिन जिस प्रतिवेदन को खोल कर ही नहीं देखा तो रिपोर्ट अधूरी है यह कैसे तय हो गया”