याज्ञवलक्य मिश्रा, KORBA. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह(Union Home Minister Amit Shah) को बीजेपी विधायक सौरभ सिंह(BJP MLA Saurabh Singh) ने कोरबा जिले (Korba district) में कोयला और डीजल चोरी(Coal and diesel theft) को लेकर एक पत्र लिखा है। यह पत्र 8 बिंदुओं में हैं। इसमें कोयला और डीजल चोरी को लेकर ब्यौरा दर्ज है। इस पत्र में इन घटनाओं को लेकर ऑल इंडिया सर्विसेज के अधिकारियों की भूमिका को सीधे तौर पर प्रश्नांकित किया गया है। यह पहला ऐसा मौका होगा जब किसी विधायक ने कोरबा में कोयला और डीजल चोरी को लेकर पहले की गई शिकायतों,अभिलेखों और अखबार की कतरनों के साथ मामला सीधे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखित में भेजा हो।
क्या लिखा है पत्र में ?
अलकतरा से बीजेपी विधायक सौरभ सिंह ने पत्र में लिखा है- “छत्तीसगढ़ में देश का 32 प्रतिशत कोयला उत्पादन कोल इंडिया की कंपनी एसईसीएल (Company SECL) द्वारा किया जाता है। इस उत्पादन का 60 प्रतिशत भाग कोरबा जिले के पांच खदानों से होता है। लगातार इन खदानों में कोयला डीजल और लोहा चोरी के प्रकरण सामने आ रहे हैं,और सभी पत्रकार जनप्रतिनिधि जिनको राष्ट्र और जनता की संपत्ति से लगाव है, इस पर समय समय पर पत्राचार और न्यूज प्रकाशन कर रहे हैं। केंद्रीय बल सीआईएसएफ और त्रिपुरा रायफल्स का स्थानीय स्तर पर चोरों के द्वारा हो रहे प्रहार और छत्तीसगढ़ सरकार तथा कोरबा प्रशासन विशेषकर पुलिस अधीक्षकों द्वारा चुप्पी के प्रकरण संलग्न हैं। पूरे प्रकरण में एसईसीएल के कर्मचारियों और तैनात सुरक्षा बलों को खदानों से कोयला डीजल और लोहा चोरी में स्थानीय पुलिस से कोई मदद नहीं मिल रही है। शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं होती,एफआइआर भी नहीं किया जा रहा है। चोरी के गैंग स्थानीय पुलिस के संरक्षण में अति सक्रिय हैं। पूर्व आईएएस और बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने कोयला चोरी का वीडियो डाला तो उनके ऊपर राज्य सरकार और कोरबा पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्रवाई हुई और एफआईआर किया गया।”
विधायक सौरभ सिंह के पत्र में आखिर में लिखा गया है
“दुर्भाग्य है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के कोरबा जिले में पदस्थ पुलिस अधीक्षकों की भूमिका संदिग्ध और संदेहास्पद है। पूरी परिस्थिति से आपको अवगत कराने का प्रयास किया है,उच्च स्तर की एजेंसी से जांच का आग्रह है”