Raipur।छत्तीसगढ़ पुलिस कल के नाटकीय घटनाक्रम के बाद आज से फिर एंकर रोहित रंजन की तलाश में छापामार कार्यवाही शुरू कर चुकी है।छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम एंकर रोहित की तलाश में सुबह क़रीब नौ बजे एंकर रोहित के घर पहुँची जहां उसके घर में ताला लटका पाया गया।पुलिस ने आरोपी रोहित रंजन का फ़रारी पंचनामा तैयार किया है।संकेत हैं कि किसी भी समय एंकर रोहित के कार्यस्थल याने जी न्यूज़ के ऑफिस भी छत्तीसगढ़ पुलिस पहुँच सकती है।छत्तीसगढ़ पुलिस के पास एंकर रोहित रंजन के खिलाफ थाना सिविल लाइन के अपराध क्रमांक 415/2022 में आरोपी रोहित के खिलाफ अदालती आदेश है। कल जबकि छत्तीसगढ़ पुलिस ने आरोपी रोहित की गिरफ़्तारी की प्रक्रिया शुरू की तो उसकी स्थानीय पुलिस से झड़प हुई,धक्कामुक्की झड़प के बीच स्थानीय इंदिरापुरम पुलिस रोहित को लेकर चली गई, और कुछ घंटों के बाद खबर आई कि रोहित को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर मुचलके पर रिहा कर दिया है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस संबंध में पूरे ब्यौरे के साथ मेरठ आईजी और ग़ाज़ियाबाद एसपी को विरोध पत्र मेल से भेजा है।
क्या लिखा है छत्तीसगढ़ पुलिस ने
छत्तीसगढ़ पुलिस ने मेल में लिखा है
“पुलिस सक्षम न्यायालय द्वारा जारी वारंट की तामिली कर रही थी,इसी दौरान इंदिरापुरम के पुलिस अधिकारी मौक़े पर पहुँचे और उनके द्वारा कहा गया कि,थाना प्रभारी आ रहे हैं, इंतज़ार करिए, और जाने से रोकने लगे, हमने वारंट के साथ आईडी कार्ड भी दिखाया लेकिन वे सहयोग करने के बजाय रोकते ही रहे।इस बीच 9 बज गया और थाना प्रभारी इंदिरापुरम ने यह कहा कि, वारंटी को थाना ले चलते हैं आप भी चलिए। इसके बाद रोहित को स्विफ़्ट कार में बैठाया और कहीं ले तक चले गए।हमें उस कार में बैठने नहीं दिया।इस प्रकार आपके अधिनस्थों के द्वारा हमारे अभिरक्षा में मौजूद वारंटी रोहित रंजन के विरुध्द न्यायालय के आदेश पर की जा रही वैधानिक कार्यवाही में सहयोग ना करते हुए वारंट की तामिली में बाधा उत्पन्न किया और हमारे रोकने के बावजूद वारंटी को कहीं और ले गए।कृपया अभियुक्त/वारंटी को हमें सौंपते हुए इस आवेदन पर विधि सम्मत कार्रवाई करें।
मेल पर भेजे गए पत्र को पहले थाना प्रभारी इंदिरापुरम को सीधे दिया गया जिसे उन्होंने लेने से इंकार कर दिया गया जिसके बाद इसे मेल से भेजा गया है।
क्या है मामला
एंकर रोहित रंजन के खिलाफ रायपुर के सिविल लाइन थाने में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की ओर से एफ़आइआर दर्ज कराई गई है। विधायक देवेंद्र यादव ने जी न्यूज़ द्वारा प्रसारित उस खबर पर एफ़आइआर दर्ज कराई है जिसमें यह बताया गया था कि, राहुल गांधी ने राजस्थान के घटनाक्रम में आरोपियों को बच्चा कहा जबकि वास्तविकता में वह बयान वायनाड के संदर्भ में था। वायनाड में सांसद राहुल गांधी के निवास पर स्थानीय युवाओं ने पत्थरबाज़ी की थी।जिस पर राहुल गांधी ने बयान दिया था, इस एफ़आइआर में यह आरोप है कि जी न्यूज़ चैनल ने जानबूझकर खबर को ग़लत परिप्रेक्ष्य में चलाया जिससे माहौल ख़राब हुआ। पुलिस ने इस एफ़आइआर में दस धाराएँ लगाई हैं जिनमें से अधिकांश ग़ैर ज़मानती हैं।