Raipur। छत्तीसगढ़ के सोलह ज़िलों को लेकर राज्य मौसम केंद्र ने अलर्ट जारी किया है। इनमें बस्तर से लेकर कोरबा तक के ज़िले शामिल हैं। हालाँकि इस अलर्ट से अलहदा उत्तर से लेकर दक्षिण तक अधिकांश ज़िलों में बरसात ने कई नदी नालों को बौरा दिया है।छत्तीसगढ़ से आंध्र तेलंगाना के बीच संपर्क बाधित है, वहीं सरगुजा को रायपुर से जोड़ने वाले एन एच 130 पर निर्माणाधीन पुलिया के बग़ल में बनाया गया डायवर्शन और उस पर बना रपटा पुल बह गया है, वहीं तेज बहाव के बीच ट्रक पलट कर फँस गया है।सरगुजा से रायपुर आने वाले यात्रियों को दूसरे रास्ते से घुमकर आना पड़ रहा है।
महानदी इंद्रावती बौराई, पुल को डूबो गई है महानदी, इंद्रावती तटों को डूबो गईं
जांजगीर चाँपा ज़िले से होकर गुजरती महानदी लगातार बारिश से तटों पर चली आईं हैं। बलौदा बाज़ार भाठापारा ज़िले के गिधौरी शिवरीनारायण इलाक़े में महानदी ने पुल को प्रवाह के भीतर छिपा लिया है।इस इलाक़े में यात्रियों को नाव से पार कराया जा रहा है।इधर बस्तर इलाक़े में इंद्रावती भी तेज उफान पर हैं, इंद्रावती समेत अन्य छोटी नदियों को लेकर खबरें हैं कि वे तटों को डूबो चुकी हैं। सुकमा ज़िले में मौजूद शबरी नदी भी बस्तियों के आस-पास पहुँच रही हैं।
सरगुजा में खंड वर्षा
अब से महज़ सात दिन पहले तक सूखे को लेकर हलाकान परेशान किसानों के खेतों को इंद्रदेव ने तर बतर कर दिया है, हालाँकि यह बारिश अब कितनी फ़ायदे की है इस पर अलग अलग राय है। सरगुजा संभाग के बड़े बांध जैसे घुनघुट्टा में जहां पंद्रह दिन पहले तक पानी बेहद कम था वहाँ अभी हालात यह है कि आठ में से पाँच गेट खोलने पड़ गए हैं।कोरिया ज़िले के झूमका में क्षमता का 96 फ़ीसदी भर चुका है, जबकि गेज में क्षमता का 34 फ़ीसदी भरा है। जबकि पाँच दिन पहले गेज में 27 फ़ीसदी ही पानी था। लेकिन बाँकी बरनई और कुंवरपुर जलाशय से ऐसी उत्साहजनक सूचना नहीं है, जानकारों का मानना है कि वर्षा तो हो रही है लेकिन खंड वर्षा ने ऐसी स्थिति पैदा की है।
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