Raipur।राजधानी से क़रीब 110 किलोमीटर दूर से छात्राएँ शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह के बंगले पर जा पहुँची।मिडिल और हाईस्कूल की छात्राओं को विषयवार शिक्षक और स्कूल के लिए बिल्डिंग की तलाश ने उन्हे मंत्री के दरवाज़े पहुँचा दिया। ये छात्राएँ सुबह तब बंगले पहुँच गई थीं जबकि मंत्री जी बंगले स्थित ऑफिस ही नहीं पहुँच पाए थे। इन छात्राओं ने मंत्री बंगले में ही बैठ कर मंत्री के आने का इंतज़ार किया। अपने अभिभावकों के साथ क़रीब पाँच पिकप वाहनों में पहुँची इन छात्राओं को देख शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह ने तत्काल दो शिक्षक नियुक्ति के आदेश दिए, लेकिन स्कूल बिल्डिंग के लिए उन्हें मंत्री जी से भी आश्वासन हासिल हुआ है।हालाँकि इस आश्वासन में यह वादा शामिल हैं कि भवन जल्द से जल्द बन जाएगा।
शिक्षकों और स्कूल भवनों का विषय उठा था विधानसभा में
शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में देरी के मसले पर विपक्ष के तीखे सवालों और तेवर ने बीते सत्र में सरकार को अच्छा ख़ासा परेशान किया था। सरकार सदन के भीतर केवल यह बता पाई कि, भर्ती प्रक्रिया जारी है, जल्द प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। वहीं भवनों को लेकर सवाल खुद कांग्रेस के विधायकों ने ही लगाए थे, और जो आँकड़े लिखित में दिए गए वे ही परेशान करने वाले थे। भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो उन कांग्रेस विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र का ब्यौरा माँगा था, और उन ब्यौरों ने ज़ाहिर है सरकार को फिर असहज स्थिति में ला दिया था।
बोली छात्राएँ -ज़िले वाले नहीं सुनते तो क्या करते
महासमुंद ज़िले के अमलोर समेत तीन गाँव से पहुँचने वाली इन बच्चियों से पूछा गया कि, सीधे क्यों चली आईं, ज़िले में चली जातीं तो सीधा सपाट जवाब आया
“वहाँ कोई सुनता ही नहीं तो क्या करते”
इन छात्राओं के साथ उनके अभिभावक भी थे, जो बच्चियों की तकलीफ़ से परेशान थे, और इस वजह से बच्चियों को साथ लिए रायपुर आ गए थे।
शिक्षकों के लिए आदेश दे दिया गया है
शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह ने बच्चियों से आत्मीयता से बात की और शिक्षकों की तत्काल नियुक्ति के आदेश दिए। मंत्री डॉ प्रेमसाय ने कहा
“छात्राओं के साथ उनके परिजन आए थे, परिजन रायपुर आते रहते हैं, इस बार बच्चियाँ भी चली आईं। वे अपने स्कूल में शिक्षक बिल्डिंग की बात रखने आई थीं, मैंने तत्काल दो शिक्षक नियुक्ति के आदेश दिए हैं, जहां तक बिल्डिंग का मसला है तो उस पर यथाशीघ्र काम करेंगे।