Dantewada।बीते 25 मई से नवजात बच्चे की संदेहास्पद गुमशुदगी में उलझी पुलिस की जाँच में बच्चे का अवयस्क पिता ही अपने बच्चे के हत्यारे के रुप में गिरफ्तार हुआ है। परिजनों ने अवयस्क आयु में पति पत्नी का विवाह करा दिया था, विवाह से बच्चा हुआ तो खीजे पिता ने बच्चे को रात को उठा कर निर्जन सड़क पर पुलिया के नीचे छोड़ दिया था, बच्चे की रात भर में मौत हो गई तो शव को तालाब में फेंक दिया था।
स्तब्ध कर देने वाली घटना
बस्तर के ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगहों पर अवयस्क आयु में विवाह किया जाता है। यह दंपत्ति भी अवयस्क हैं। जब विवाह हुआ तो लड़के की आयु 17 और लड़की की आयु 16 वर्ष की थी। हालिया दिनों दंपत्ति को बच्चा हुआ तो अवयस्क पिता को बच्चे का होना जल्दबाज़ी लगी और उसने बेहद नृशंसता से बच्चे को मार दिया। खुद हत्या करने के बाद किशोर थाने पहुँच कर बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा कर बच्चे को खोजने का नाटक करता रहा।पुलिस को और लोगों को भ्रम में डालने आरोपी किशोर ने यह प्रयास भी किया कि, सबको लगे कि बच्चे को जंगली जानवर उठा कर ले गया।
यू ट्यूब के किसी वीडियो से देखा हत्या करना
आरोपी किशोर ने यू ट्यूब में किसी वीडियो से यह देखा और सीखा कि हत्या कैसे की जाती है।महज़ 45 दिन के बच्चे को किशोर 21 मई को तब उठा कर ले गया जब किशोर की पत्नी बच्चे के साथ सो रही थी।किशोर बच्चे को लेकर गाँव के पास पुलिया के नीचे रात क़रीब साढ़े नौ बजे छोड़ गया,बच्चे की अकेले बिलखते बिलखते मौत हो गई थी। 22 मई की सुबह आरोपी फिर पहुँचा और शव को जंगल के भीतर मौजूद तालाब में फेंक दिया।तीसरे दिन बच्चे के गमछा कमर में बंधा रेशम का धागा को घर के पास खेत में फेंककर पास में मुर्गी चूज़े को मारकर उसका खून डाल दिया ताकि लोगों को लगे कि बच्चे को जंगली जानवर उठा ले गया और मारकर खा गया।
किशोर है तो बच जाएगा कड़ी सजा से
नृशंस तरीक़े से इस पूरी वारदात को अंजाम देने वाले किशोर ने घटनाक्रम का ब्यौरा पुलिस को देते हुए हर घटनास्थल तक पुलिस को पहुँचाया। क़ानून के तहत इस किशोर को किशोर संप्रेक्षण गृह भेजा जाएगा और वहीं इस पर विचारण चलेगा। 18 वर्ष की आयु पूरी होते ही इसकी शर्तों के साथ ( यदि आवश्यक लगा तो ) रिहाई हो जाएगी। यदि यह वयस्क होता तो बिलाशक कड़ी सजा से बचना असंभव होता।