MUNGELI: Honesty is best policy- ये कहते सब हैं लेकिन इसे अपनी अगली पीढ़ी को समझा पाना आसान नहीं होता। लेकिन मुंगेली (mungeli) के एक पिता ने बिटिया को ईमानदारी का पाठ पढ़ाने जो कदम उठाया उसकी तारीफ न सिर्फ आस पड़ोस के लोग बल्कि पुलिस वाले भी कर रहे हैं।
आजकल के वक्त में जहां लोग छोटी-मोटी राशि के लिए एक दूसरे को नुकसान पहुंचाने से भी नहीं चूकते। वहीं कुछ ऐसे व्यक्ति भी हैं जो अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं। मुंगेली का ये शख्स भी उन्हीं में से एक है।
बिटिया को मिला पर्स और पैसे
मुंगेली में नया ओसवाल भवन मुंगेली निवासी सांझी नामदेव को अपने घर के पास एक पॉलीथिन में मोबाइल और पैसे मिले। नादान बच्ची को समझ नहीं आया कि करना क्या है। वो पर्स और पैसे उठाकर घर ले आई और अपने पिता मनीष नामदेव को दे दिए। उस पालीथीन को पत्रकार मनीष नामदेव ने खोलकर देखा जिसमें oppo का टच स्क्रीन मोबाइल और पांच पांच सौ के 15 नोट थे यानि उसमें कुल 7500/ रू थे। कुछ मिनट बाद उस मोबाइल पर फोन आता है कि उसका नाम शलेंद्र खांडे है जो ग्राम – टेढ़ाधोरा का रहने वाला है। उसने बताया कि उसका मोबाईल गुम गया है।
ऐसे सिखाया पाठ
इस फोन के बाद मनीष नामदेव ने तय कर लिया कि उन्हें अपने बच्चों के सामने ईमानदारी की मिसाल पेश करनी है। बस इसी सोच के साथ मनीष नामदेव ने उस शख्स को दोबारा फोन किया और उसे नजदीकी थाने में आने के लिए कहा। मनीष नामदेव वहां अपने बच्चों के साथ पहुंचे और पुलिस की मौजदूगी में शख्स के हवाले उसका फोन पर्स कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने भी इस बात की तारीफ की। और, बच्चों को भी सही सीख मिली।