Bijapur। ज़िले में दो हत्याएं हुई हैं, एक घटना में तीन दिन से बंधक बनाकर रखे ग्रामीण को माओवादियों ने मार डाला तो वहीं दूसरी घटना में पुलिस के गोपनीय सैनिक को उसके चचेरे भाई ने मार डाला है। गोपनीय सैनिक की हत्या ज़िला मुख्यालय स्थित उसके निवास पर हुई है। जबकि ग्रामीण को नक्सलियों ने कांवर गाँव में मार कर शव को फेंक दिया था।
गोपी और लक्ष्मण की हत्या
कांवर गाँव निवासी गोपी को नक्सली बीते आठ अगस्त को अगवा कर ले गए थे। कल देर रात उसकी नृशंस तरीक़े से हत्या कर शव को कांवर गाँव में ही फेंक दिया। माओवादियों ने गोपी को पुलिस मुखबिर बता कर हत्या की है। मृतक गोपी महुआ डोरी का व्यापारी था।नक्सल प्रभावित अति संवेदनशील इलाक़े से पुलिस को शव लाने में मशक़्क़त करनी पड़ी।
लक्ष्मण पोटाई पुलिस का गोपनीय सैनिक था, जो कि बीजापुर में ही रहता था। बीते रात उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी गई। पुलिस को आशंका है कि, दंतेवाड़ा कॉलेज में पढ़ने वाले उसके चचेरे भाई ने यह घटना की है। पुलिस इस मामले में उसके भाई की तलाश कर रही है।