Raipur। नया रायपुर किसान आंदोलन ने फिर बवालिया रुप अख़्तियार कर लिया है। किसान नया रायपुर विकास प्राधिकरण के दफ़्तर में घुस गए हैं, और वहीं धरने पर बैठ गए हैं। मामले ने तूल तब पकड़ा जबकि कल सुबह प्रशासन ने पुलिस की मदद से नया रायपुर स्थित धरना स्थल को जमींदोज कर दिया। भड़के किसानों ने इसके बाद सीधे NDRA के दफ़्तर को ही आंदोलन स्थल बना भीतर पहुँच प्रदर्शन शुरु कर दिया है।
हरिद्वार से किसान नेता टिकैत का दो टूक संदेश
जबकि आंदोलन स्थल को तोड़ कर नष्ट किया गया उसके बाद आज किसान नेता राकेश टिकैत का वीडियो संदेश आया। इस वीडियो संदेश में राकेश टिकैत ने प्रशासन की कार्यवाही पर गहरी नाराज़गी जताई। राकेश टिकैत ने कहा
“प्रशासन ने धरना स्थल तोड़ा है, हम फिर धरना वहीं देंगे, वहाँ की सरकार ये पूर्ण रूप से सोच ले,कि किसानों को बग़ैर मुआवज़े के बग़ैर समझौते के आप उनकी ज़मीन नहीं छिन सकते।हमारी लड़ाई केंद्र सरकार से भी है,हमारी लड़ाई छत्तीसगढ़ सरकार से भी है, जब तक उनको उचित मुआवज़ा नहीं मिलेगा,आप जितनी बार तोड़ोगे हम उतने बार वहाँ धरना देंगे।हमारी किसानों से अपील है अपने धरना स्थल पर जाएँ, वहाँ बैठें। बरसात का टाईम है टेंट ट्रॉली लगा कर बैठें। अगर वे तोड़ेंगे तो उनकी बिल्डिंगों में अपना धरना शुरु करें।”
क्यों तोड़ा प्रशासन ने
आंदोलन स्थल को ज़मींदोज़ करने की कार्यवाही क्यों की गई इसे लेकर प्रशासन की ओर से कोई अधिकृत बयान नहीं आया है। हालाँकि खबरें हैं कि, धरना स्थल को NRDA की ज़मीन पर अतिक्रमण मानते हुए अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई है।आंदोलन स्थल पर कार्यवाही कल तड़के की गई थी।लेकिन इसकी भनक नहीं लगी क्योंकि हरिद्वार में चल रहे भारतीय किसान यूनियन के वार्षिक सम्मेलन में यहाँ के कई किसान गए हुए थे। आज ध्यान तब गया जबकि राकेश टिकैत का वीडियो संदेश मीडिया तक पहुँचा।
नवंबर में व्यापक दौरा कर सकते हैं टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के तेवर इस बार सख़्त हो गए हैं। पिछली बार जबकि राकेश टिकैत लौटे थे तो भी उन्होंने राज्य सरकार के रवैये पर नाराज़गी जताई थी। संकेत दिए गए हैं कि राकेश टिकैत नवंबर में छत्तीसगढ़ आएँगे और प्रदेश के कई इलाक़ों में पहुँच कर लोगों से मिलकर उनके आंदोलन के मुद्दो को समझेंगे, और हो सकता है कि उसमें शामिल होकर उसे विस्तार दें। हालाँकि उनका प्रमुख विषय नया रायपुर किसान आंदोलन ही होगा।पर यह सुनिश्चित रुप से तब ही सही माना जाएगा जबकि राकेश टिकैत स्वयं इस दौरे की तिथि और कार्यक्रमों का ब्यौरा जारी करेंगे।