RAIPUR. रायपुर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीच, राहत की खबर मिली है। प्रदेश के तीन जिलों में एक भी कोरोना मरीज नहीं है, यानी बीजापुर, नारायणपुर और कोंडागांव कोरोना मुक्त हो गए हैं। वहीं, 9 ऐसे जिले हैं, जहा 10 से कम मरीजों का इलाज चल रहा है। बता दें कि पिछले 24 घंटे में 90 केस मिले, लेकिन रायपुर में संक्रमितों की संख्या बढ़ गई। दूसरी ओर रायपुर एम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब कोरोना संक्रमण कमजोर हो रहा है।
जिनोम सिक्वेंसिंग के माध्यम से की जा रही कोरोना की निगरानी
एम्स के मुताबिक प्रदेश में कोरोना का वायरस बेहद कमजोर पड़ चुका है। पिछले एक महीने के दौरान साढ़े तीन हजार पॉजिटिव निकले हैं। इनमें 98 फीसदी संक्रमितों में सामान्य सर्दी-जुकाम वाला ओमिक्रॉन वायरस मिला है। बाकी दो फीसदी मरीजों में कोरोना की पहली लहर में हाहाकार मचाने वाला सार्स वायरस मिला है, लेकिन ये भी 98 प्रतिशत कमजोर होकर ओमिक्रॉन की तरह हो गया है। दरअसल, अभी जितने भी मरीज मिल रहे हैं, उसमें से 5 फीसदी मरीजों के सैंपल नियमित तौर पर जिनोम सिक्सेंविंग के लिए भेज जा रहे हैं। जिनोम सिक्वेंसिंग के माध्यम से ही कोरोना के वायरस की निगरानी की जा रही है। जिनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट से ही स्पष्ट हुआ है कि देश के अन्य राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ में भी कोरोना के वायरस का म्युटिशियन नहीं हो रहा है, उल्टे ये लगातार कमजोर पड़ रहा है।
गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को ही अस्पताल में कर रहे भर्ती
राज्य महामारी नियंत्रण प्रभारी डॉ. सुभाष मिश्रा के मुताबिक कोरोना वायरस पर निगरानी रखने के लिए ही जिनोम सिक्वेंसिंग करवाई जा रही है। लगातार जांच से ये पता चल रहा है कि कोरोना वायरस में कोई घातक बदलाव नहीं हो रहा है। अस्पताल में भी ऐसे मरीजों का भर्ती करना पड़ रहा है जो गंभीर बीमारी से पीड़ित रहते हैं। बाकी मरीजों का होम आइसोलेशन में ही इलाज किया जा रहा है।
गंभीर मरीजों को अब भी सावधान रहने की जरूरत
विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना का वायरस भले ही कमजोर हो गया है, लेकिन गंभीर बीमारी के मरीजों को अभी भी सावधान रहने की जरूरत है। विशेषज्ञों का कहना है अधिक उम्र के लोगों के अलावा छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाएं हाई रिस्क के दायरे में हैं। इनके अलावा लीवर, किडनी, हार्ट और लंग्स की बीमारी वालों को पूरी तरह सावधान रहने की जरूरत है।