RAIPUR/SURGUJA। प्रदेश की सियासत की सबसे बड़ी खबर आ रही है। मंत्री टी एस सिंहदेव ने पंचायत विभाग से इस्तीफ़ा दे दिया है। हालाँकि उन्होंने अन्य तीन विभाग जिनमें स्वास्थ्य विभाग, जीएसटी और बीस सूत्रीय क्रियान्वयन शामिल हैं, उनसे इस्तीफ़ा नहीं दिया है।
इसलिए भड़के मंत्री सिंहदेव
बेहद विनम्र, शालीन टी एस सिंहदेव के इस्तीफ़े की खबर ने सियासती भूचाल ला दिया है।मंत्री सिंहदेव लंबे अरसे से खिन्न हैं, कल द सूत्र से ख़ास चर्चा में उन्होंने इसे सार्वजनिक भी किया था। पर जो हालिया मसला है वह है पंचायत विभाग में मनरेगा के पीओ का। मंत्री सिंहदेव ने हड़ताल पर बैठे एपीओ को हटा दिया था, खबरें हैं कि उसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बग़ैर मंत्री सिंहदेव को विश्वास में लिए वापस बहाल कर दिया। इसी के साथ साथ पेसा एक्ट को लेकर भी सिंहदेव नाराज़ थे। पेसा एक्ट को लेकर जो प्रावधान तय किए थे, बताया जाता है कि,वे बदले गए और इसमें भी मंत्री सिंहदेव को विश्वास में नहीं लिया गया।
चार पन्नाें का है पत्र जिसमें लिखा है इस्तीफा मंत्री सिंहदेव ने
मंत्री सिंहदेव ने जो पत्र इस्तीफे को लेकर लिखा है, वह करीब चार पन्नाें का है,जो अब से कुछ ही देर में सार्वजनिक कर दिया जाएगा। वहीं मंत्री सिंहदेव ने फोन बंद कर दिया है। मंत्री सिंहदेव इस समय अंबिकापुर में निज निवास तपस्या में बताए गए हैं, लेकिन उन्होने किसी भी मुलाकात से इंकार कर दिया है।