Kabirdham। सोशल मीडिया जैसे इंस्टाग्राम व्हाट्सएप फ़ेसबुक पर क्राईम फेंटसी की ओर आकर्षित होने वाले साठ सोशल मीडिया अकाउंट धारकों को बुलाकर कबीरधाम पुलिस ने कड़ी ताकीद की है। इन में कुछ किशोर थे तो कुछ युवा। एसपी डॉ लाल उमेद सिंह ने सभी को नियम कानून धारा दफा और सजा के हवाले से समझाया कि, वे जिस अंदाज में वीडियो या कि तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं उससे लंबे क़ानूनी पचड़े में फँस जाएँगे।
चर्चा में आने के फितूर में कर रहे थे हरकत
पुलिस की सायबर सेल लंबे समय से उन सोशल मीडिया अकाउंट पर नज़र रखे हुए थी जिनके नाम और होने वाले पोस्ट क्राईम फैंटेसी के क़रीब थे। कबीरधाम पुलिस इन अकाउंट संचालकों के साथ एयरगन समेत हथियारनुमा चीजों को अमेजन जैसी साइट से मंगाने वालों पर भी नज़र रखे हुए थी। पुलिस ने यह पाया था कि इनमें अधिकांश वे लोग थे जिन्होंने सोशल मीडिया पर विचित्र नामों से अकाउंट बना रखा था।
302,307, माफिया और डॉन नाम से बनाए गए थे सोशल मीडिया अकाउंट
पुलिस ने चालीस से अधिक ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट को राडार पर रखा था जिनको लेकर लगातार सूचनाएँ आ रहीं थीं। इन सोशल मीडिया अकाउंट के नाम भी ऐसे थे कि सामान्य व्यक्ति चौंके। इन अकाउंट के नाम धारा 307, 302,माफिया, डॉन,सीजी 09, सीजी 02, रखे गए थे।
सख़्त समझाईश के बाद की तौबा, अकाउंट बंद और फ़ितूरी सोच भी
कबीरधाम एसपी डॉ लाल उम्मेद सिंह ने बताया
“हमारी सायबर सेल लगातार नज़र रखती है, हमें ये मुकम्मल पता था कि, ये युवा या किशोर केवल हिट्स या चर्चा में आने की अजब सनक के शिकार हैं। लेकिन इस बात की आशंका थी कि, कभी भी अपराध की ओर बढ़ सकते हैं। इसलिए इन साठ लोगों को सख़्त समझाईश और हिदायत दी गई। इनके कई पोस्ट को इनको दिखा कर क़ानूनी धारा प्रावधानों के साथ समझाया गया कि, वे हिट्स और चर्चा में आने के फेर में लंबी क़ानूनी कार्रवाई में उलझ सकते हैं। इन सभी युवाओं ने अकाउंट बंद कर दिए हैं और यह वादा भी किया है कि वे अब ऐसे ग़लत तरीक़ों के प्रति कोई आकर्षण नहीं रखेंगे।”