Raipur। बीजेपी और छजका की ओर से पेश प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा विधानसभा में दोपहर बारह बजे से शुरू हुई है जो अब तक जारी है। विपक्ष की ओर से चौदह वक्ता है जबकि सत्ता पक्ष की ओर से सत्ताइस वक्ता हैं।जबकि यह खबर लिखी जा रही है तो विपक्ष के चौथे वक्ता के रुप में शिवरतन शर्मा सदन में बात रख रहे हैं। अविश्वास प्रस्ताव 84 बिंदुओं का है।क़यास हैं कि चर्चा के बाद मत विभाजन की स्थिति आते आते देर रात हो सकती है।
अब तक तीन बार सदन की कार्यवाही रुकी
प्रश्नकाल के ठीक बाद नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। वरिष्ठ बृजमोहन अग्रवाल ने सत्ता पक्ष से कहा
“सरकार का मंत्री कलेक्टर को भ्रष्ट कहता है, सरकार एक कमाई वाले ज़िले से हटाकर दूसरे कमाई वाले ज़िले में भेज देती है।एक विधायक कहते हैं थाने में रेट लिस्ट लगनी चाहिए कि किन किन धंधों में क्या क्या रेट है। एक विधायक कहती है कि रेत माफिया के इशारे पर मेरे पति को गिरफ़्तार किया गया। माफिया को सुरक्षित रखने के लिए विधायक का अपमान किया गया। एक विधायक जुआं शराब के खिलाफ तत्कालीन करता है। रेत से तेल निकालना अब तक कहावत थी, लेकिन इस कहावत को सरकार ने चरितार्थ किया है। यूपी असम में चुनाव आया तो रेत के दाम बढ जाते हैं।”
इस क्रम में जबकि मंत्री रविंद्र चौबे सरकार का पक्ष रखते हुए यह कह रहे थे कि, आदिवासी बाहुल्य छत्तीसगढ़ में आदिवासी दिवस पर अवकाश दिया और छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोकाचार को संरक्षण दिया। तभी अजय चंद्राकर की टिप्पणी पर सत्ता पक्ष के विधायक भड़क गए। इसपर हंगामा इस कदर बढ़ा कि सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इसी तरह गतिरोध दो बार और हो चुका है और सदन की कार्यवाही पाँच मिनट और दस मिनट के लिए फिर से स्थगित हो गई।
देर रात तक चल सकती है कार्यवाही
सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर कार्यवाही जारी है। क़यास हैं कि देर रात तक यह कार्यवाही जारी रहेगी।