RAIPUR. छत्तीसगढ़ में धान खरीद 1 नवंबर से होगी, सरकार ने इसका ऐलान भी कर दिया है, वहीं भाजपा धान खरीदी से ठीक पहले किसान और धान खरीदी के मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। रायपुर के सांसद सुनील सोनी ने बेमौसम बारिश से किसानों को होने वाले नुकसान को लेकर नजरी सर्वे और मुआवजे की मांग करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। उन्होंने सरकार से किसानों को जल्द से जल्द फसल बीमा का उचित भुगतान करने की मांग की है। वहीं कांग्रेस ने कहा है कि किसी को परेशानी नहीं है सिर्फ भाजपा को छोड़कर।
बीजेपी किसान मोर्चा का प्रदर्शन जारी
इधर बीजेपी किसान मोर्चा अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में कलेक्टरों को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप रही है । भाजपा किसान मोर्चा की प्रमुख मांगें पिछले साल हुई बारदाने की कमी और टोकन देने में गड़बड़ी समेत कई अव्यवस्था दुरूस्त करना, जिले के सभी जलाशय से सिंचाई के लिए रबी फसल और उतेरा के लिए किसानों की मांग अनुसार क्षेत्र रकबा और पानी दिया जाना, बेमौसम बारिश के चलते धान, सोयाबीन और कई फसलें बर्बाद हो गई है। इसका तत्काल सर्वे शुरू कर नुकसान की भरपाई की जाए। किसानों को बीमा का वास्तविक लाभ दिया जाए और समर्थन मूल्य पर धान की लिमिट प्रति एकड़ 20 क्विंटल की जाए।
धान खरीदी से पहले सभी व्यवस्थाएं हो दुरूस्त
सांसद सोनी का कहना है कि धान खरीदी के पहले सरकार को सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर लेनी चाहिए वरना बाद में वे हर खामियों का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ते है। इस पर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में किसान खुश हैं एक नवंबर से हम एक करोड़ मीट्रिक टन धान की खरीदी शुरू कर रहे हैं। किसानों को किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं है। केवल भारतीय जनता पार्टी को दिक्कत हो रही है।