Raipur। प्रदेश में धरना प्रदर्शन आंदोलन को लेकर राज्य सरकार के दिशा निर्देशाें को लेकर बीजेपी आगामी साेलह मई से जेल भरो आंदोलन करने की तैयारी में है। इस जेल भरो आंदोलन के जरिए बीजेपी चुनावी मोड में आने की कवायद में भी है, इसे लेकर बीजेपी में प्रदेश से लेकर मंडल स्तर तक बैठकों का दौर चल रहा है,बेहद आक्रामक रूप से इस जेल भरो आंदोलन को करने का ब्लू प्रिंट बीजेपी तैयार कर रही है। इस आंदोलन को बीजेपी प्रदेश में कैसे विस्तार देती है और रणनीतिक रूप से सत्ता या कि कांग्रेस पर कितना दबाव बना पाने में सफल हो पाती है, इस पर बीजेपी के केंद्रीय नेताओं की सीधी नजर बनी हुई है। राजधानी में जो तैयारी की गई है,उसके अनुसार बीजेपी का जेल भरो आंदोलन मुख्यमंत्री निवास के घेराव के साथ होना है,भाजपा चार जगहों से सीएम हाउस घेरने निकलेगी। इस कवायद के बीच गुजरात में राहुल गांधी के बयान से बीजेपी को हमलावर होने और सवाल करने का मौका मिल गया है।
गुजरात में राहुल का बयान क्या था
गुजरात दौरे पर गए राहुल गांधी ने दाहोद में सभा को संबाेधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात की बीजेपी सरकार पर तीखा प्रहार किया। राहुल गांधी ने रोजगार शिक्षा स्वास्थ्य के मसलों को लेकर आह्वान किया कि, इसके लिए नया गुजरात बनाना होगा,राहुल गांधी ने नाेटबंदी,कोरोना काल और जीएसटी समेत कई मुद्दाें का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की कड़ी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि, प्रधानमंत्री मोदी ने दो हिंदुस्तान बनाए हैं, एक अमीरों का हिंदुस्तान जिसमें अमीर कुछ भी कर सकते हैं, और दूसरा हिंदुस्तान जहां गरीब रहते हैं।इसी मंच से उन्होने कहा −
पहली बार मैने सुना आंदोलन करने के लिए परमिशन की जरूरत है,सिर्फ गुजरात में और दुनिया में ऐसी कोई जगह नही है जहां आंदोलन करने के लिए परमिशन की जरूरत है।
इस बयान के आते ही बीजेपी ने किया सवाल
इस बयान के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही बीजेपी को मुद्दा हाथ लग गया।आंदोलन करने के लिए अनुमति और तमाम नियमों को लेकर सवाल उठा रही बीजेपी इन नियमों को लोकतंत्र ओर अभिव्यक्ति पर हमला बता रही है, और इसी बीच जैसे ही राहुल गांधी का बयान आया,बीजेपी के दिग्गज नेता और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने एकात्म परिसर में जबकि इस नियम के खिलाफ जेल भरो आंदोलन की रणनीति अंतिम रूप से तय करने के तहत राजधानी में कैसे कार्यक्रम किया जाए को लेकर बैठक हो रही थी,राहुल गांधी के इस बयान का उल्लेख करते हुए कहा
राहुल जी, लगता है सीएम बघेल जी का धरना प्रदर्शन पर बनाया गया काला कानून नहीं पढ़ा है।राहुल गांधी भाजपा को बदनाम करने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं,लेकिन कांग्रेस शासित राज्य में प्रदर्शन के लिए अनुमति लेने वाला काला कानून खुद ही लागू किए हुए हैं। यह डरी हुई सरकार है जो पूरे प्रदेश में भय का वातावरण बनाकर लोगों के मौलिक अधिकार छीनने का प्रयत्न कर रही है।