RAIGARH. रायगढ़ में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 20 अक्टूबर (गुरूवार) को निगम कार्यालय का घेराव किया। बजरंग बली को पानी का टैक्स जमा करने के लिए भेजे गए नोटिस को लेकर लोगों में आक्रोश है। निगम के इस नोटिस के बाद मामला तूल पकड़ता ही जा रहा है। इस मामले में बीजेपी ने निगम ऑफिस का घेराव किया और नगर निगम कमिश्नर कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। निगम कमिश्नर ने दोषी अधिकारी को शो-कॉज नोटिस जारी किया है। उपायुक्त का कहना है कि टाइपिंग मिस्टेक की वजह से ऐसा हुआ है, जिसे सुधार कर लिया गया है। कमिश्नर ने उक्त बिल को निरस्त भी कर दिया है।
बीजेपी ने निगम अधिकारियों को बताया मानसिकता से दूषित
भाजपाईयों ने नगर निगम के अधिकारियों की मानसिकता को दूषित बताते हुए उन्हें इलाज के लिए रांची और आगरा जाने की नसीहत दी। इसके साथ ही बकायदा रेल्वे का रिजर्वेशन टिकट भी दिया। हालांकि अधिकारियों के टिकट नहीं लेने पर भाजपा ने कमिश्नर कार्यालय के गेट में टिकट चस्पा कर प्रदर्शन किया। इधर, निगम के अधिकारी इसे टाइपिंग में हुई गलती बता रहे हैं और संबंधित कर्मचारी पर कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
बजरंगबली को जल 'कर' जमा करने के लिए भेजा था नोटिस
दरअसल, 19 अक्टूबर (बुधवार) को नगर निगम ने वार्ड क्रमांक 18 में स्थित बजरंगबली के मंदिर को दो महीने का जल 'कर' जमा करने का नोटिस जारी किया था। नोटिस बकायदा बजरंगबली के नाम से जारी किया गया था। मामले को लेकर भाजपा विरोध पर उतर आई है। भाजपा ने इस मामले को लेकर नगर निगम कमिश्नर कार्यालय का घेराव किया। कमिश्नर के नहीं मिलने से नाराज भाजपाईयों ने कमिश्नर कक्ष के गेट के बाहर ट्रेन का टिकट चस्पा कर जमीन पर बैठकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
निगम प्रशासन मांगे माफी- बीजेपी
भाजपा का कहना था कि निगम के अधिकारियों की मानसिकता दूषित है जिसकी वजह से इस तरह का कृत्य किया जा रहा है। निगम प्रशासन को इस मामले में सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। इतना ही नहीं दोषी अधिकारी पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
ये सोची-समझी साजिश: भाजपा
जिला भाजपा अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने कहा कि बीते दिन हिंदू देवी-देवताओं के आराध्य बजरंग बली को अमृत मिशन का पैसा पटाने बिल थमाया गया। जब से कांग्रेस आई है, तब से लगातार हिंदू देवी-देवताओँ का अपमान किया जा रहा है। ये सोची समझी साजिश है। इसके पहले भगवान शंकर को नोटिस जारी किया गया था। क्या बजरंग बली ने कनेक्शन लिया था, नहीं तो आप हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कर रहे हैं।
कांग्रेस इसे बता रही राजनीतिक साजिश: कांग्रेस
दूसरी ओर, कांग्रेस इसे राजनीतिक साजिश करार दे रही है। कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अनिल शुक्ला का कहना है कि ये एक तकनीकी त्रुटि है, जिसे भाजपा धार्मिक रंग देना चाहती है। अगर ये रामभक्त हैं तो 15 साल में रामपथ गमन क्यों नहीं बनाया। बीजेपी मुद्दा विहीन हो गई है छोटी तकनीकी त्रुटि को लेकर राजनीतिक रोटी सेंकना चाह रही है।