Raigarh. कलेक्टर बंगले के पीछे वाले हिस्से में फांसी लगाकर खुदकुशी करने वाले युवक की पहचान और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में पुलिस ने मृतक आशीष एक्का के 4 दोस्तों को गिरफ्तार किया है। आशीष और उसके चारों दोस्त बेंगलुरु में रहकर काम करते थे और एक ही गांव सूर के रहने वाले थे। आशीष का घर लौटते वक्त रायगढ़ में अपने दोस्तों से विवाद हुआ तो दोस्तों ने उसकी पिटाई की थी, जिससे वह दुखी था।
150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज, प्लेटफॉर्म टिकट और पेनाल्टी पर्ची से मिला सुराग
कलेक्टर बंगले के पीछे लटके मिले शव से हड़कंप मच गया था। पुलिस को मृतक के पास से प्लेटफॉर्म टिकट और पेनाल्टी पर्ची बरामद हुई थी। पुलिस ने इस आधार पर रेल्वे स्टेशन से लेकर शहर के अलग अलग जगहों पर मौजूद क़रीब 150 सीसीटीवी खंगाले, जिसमें मृतक असामान्य हाल में दिखा। सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने लोगों से पूछताछ की और मृतक और उसके साथियों को लेकर जानकारी हासिल की।
ऐसे हुआ दोस्तों में विवाद
पुलिस ने मृतक के साथियों सीनू, मनीष, भीमबली और हितेश से पूछताछ की तो यह खुलासा हुआ कि चारों बेंगलुरु से वापस घर आ रहे थे। ट्रेन में जनरल टिकट कटाकर वे स्लीपर कोच में बैठे, जिस पर 3600 की पेनाल्टी लगी। रायगढ़ पहुंचकर आशीष इसी बात पर शराब पीकर विवाद करने लगा। विवाद के दौरान आशीष ने गालियां दे दीं, जिसके बाद चारों दोस्तों ने उसकी पिटाई कर दी। आशीष बचने के लिए भागा तो उसे कुछ दूर तक पीछा भी किया। इस घटना के बाद आशीष को छोड़कर उसके दोस्त गांव निकल गए। पुलिस के अनुसार, मारपीट से दुखी और बदहवास होकर भागते हुए आशीष कलेक्टर बंगले की पीछे की तरफ घुसा और उसने फांसी लगा ली। पुलिस ने इस मामले में आशीष के चारों दोस्तों सीनू, मनीष,भीमबली और नितेश को गिरफ्तार कर लिया है।