RAIGARH: छात्रा पर बुरी नजर रखने वाले एक स्कूल के प्रिंसिपल ने छात्रा को इतना डराया कि उसने खुदकुशी (student commit suicide) ही कर ली। छात्रा 12 वीं कक्षा की छात्रा थी। परीक्षा देकर वह घर लौटी तो प्रिंसिपल ने उससे कहा कि गलत उत्तर लिखा है। और फेल हो जाने का डर दिखाया। पुलिस ने मामले की जांच की तो मामला खुल गया। पकड़े जाने के बाद प्रिंसिपल बोला कि छात्रा पर नीयत ठीक नहीं थी। मामला जिले के सरिया थाना (saria thana) क्षेत्र का है। यहां रहने वाले मनीराम चौहान की बेटी सुमित्रा चौहान ने आत्मदाह कर प्राण त्याग दिए। खेत पर काम करने वाला मनीराम घर लौटा तो देखा कि किचन में उसकी बेटी का जला हुआ शव पड़ा है। वहीं पास में केरोसिन का जरीकन पड़ा हुआ था। उसने पुलिस को इसकी जानकारी दी।
गलत उत्तर के नाम से डराया
पूछताछ में पता चला कि शासकीय स्कूल का प्रिसिंपल शशि कुमार स्वर्णकार अपने स्टाफ के दो सदस्य पवित्र मोहन पाणिग्राही और दीपक प्रधान के साथ छात्रा के घर गया था। मामला 18 जून का है जब प्रिंसिपल ने छात्रा को डराया कि वह संस्कृति विषय की जगह राजनीति विज्ञान और राजनीति विज्ञान की जगह संस्कृत के उत्तर लिख आई है। जिसके बाद छात्रा काफी डर गई थी।
पहले भी दो बार कर चुका था छेड़खानी
पकड़े जाने के बाद प्रिसिंपल ने छात्रा से छेड़खानी करने की बात कबूल की है। आरोप है कि प्रिंसिपल ने ही छात्रा को फेल हो जाने का डर दिखाकर आत्महत्या के लिए उकसाया। पुलिस से पूछताछ में उसने बताया कि वह छात्रा पर गलत नीयत रखता था। साथ ही छात्रा से संबंध बनाना चाहता था। लेकिन नाकाम रहा तो उसे आत्महत्या के लिए उकसाने लगा।