RAIPUR: UPSE में 45 वां स्थान अर्जित कर छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाने वाली श्रद्धा शुक्ला इस उपलब्धि के बाद अपने स्कूल पहुंची। रायपुर के एक स्कूल में श्रद्धा ने अपने स्कूल टाइम के काफी साल बिताए हैं। श्रद्धा की कामयाबी के बाद स्कूल प्रबंधन ने ही उन्हें आमंत्रित किया था। ताकि, वो अपने सुपर जूनियर्स को कठिन परीक्षा की तैयारी के टिप्स दे सकें। श्रद्धा के स्कूल पहुंचने पर सम्मानस्वरूप स्कूल फ्लेग एवं स्कूल के चारों हाउस के ध्वज उन्हें मंच तक लेकर गए। इस दौरान प्राचार्या ने उन्हें गले लगाकर उनका स्वागत किया। इस बीच तालियों की आवाज से पूरा स्कूल गूंजता रहा।
तारीफ करते नहीं थक रहे टीचर्स
श्रद्धा को पढ़ाने वाले टीचर्स उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे। प्रबंधन में शामिल डॉ. डायनेशियस जेक थॉमस ने कहा कि श्रद्धा की कामयाबी पूरे स्कूल के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इनसे प्रेरणा लेकर और भी विद्यार्थी शहर और प्रदेश का नाम रौशन करेंगे। उन्होंने कहा कि श्रद्धा की सफलता में उनके माता-पिता, उनके गुरजनों एवं विद्यालय के अनुशासन का बड़ा योगदान रहा। कुछ टीचर्स ने श्रद्धा के स्कूली जीवन से जुड़े किस्से भी सुनाएं।
टॉपर के टिप्स
स्कूल पहुंची श्रद्धा ने भी स्कूल से जुड़ी अपने यादें अपने सुपर जूनियर्स के साथ साझा कीं। उन्होंने अपने स्कूल जीवन से लेकर संघ लोक सेवा आयोग में 45 वां स्थान हासिल करने तक के सफ़र के संस्मरण सुनाए। उन्होंने कहा कि सफ़लता के स्वाद से पूर्व मैं दो बार असफल भी हुई, निराश भी हुई, पर मुझे प्रोत्साहित करने में मेरे शिक्षक, मित्र और मेरे पिता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि सफ़लता के लिए निरन्तर प्रयास और धैर्य महत्वपूर्ण है।
अरपा पैरी को दिया सुर
श्रद्धा ने एसेंबली में ही आईएएस के इंटरव्यू में गाए राज्य गीत अरपा पैरी भी गाकर सुनाया। विद्यार्थियों ने तालियों की गड़गाहट से उनका अभिवादन किया। शाला प्रबंधन ने इस मौके पर श्रद्धा को स्मृति चिन्ह एवं अवॉर्ड से नवाजा।