CISF में भर्ती गिरोह, लिखित और शारीरिक परीक्षा में शामिल होते थे मुन्नाभाई

author-image
Yagyawalkya Mishra
एडिट
New Update
CISF में भर्ती गिरोह, लिखित और शारीरिक परीक्षा में शामिल होते थे मुन्नाभाई

Durg।सीआईएसएफ याने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की भर्ती परीक्षा में भर्ती रैकेट पकड़ाया है।मामले की रिपोर्ट सीआईएसएफ़ की ओर से ही दर्ज कराई गई है। पुलिस ने अब तक छ को गिरफ्तार किया है, लेकिन पुलिस को अब भी सरग़ना समेत कईयों की तलाश है, पुलिस की दो टीमें आरोपियों की तलाश में रवाना की गई हैं। इनमें से एक मध्यप्रदेश के मुरैना जबकि दूसरी टीम को आगरा रवाना किया गया है।ये भर्ती गिरोह,वास्तविक अभ्यर्थी की जगह लिखित और शारीरिक परीक्षा के लिए दूसरे व्यक्तियाें को उपस्थित कराता था। जो मामला सामने आया है उसमें तो एक ही व्यक्ति ने चार अभ्यर्थियाें की लिखित परीक्षा दे दी और चारों ही पास भी हो गए। लेकिन शारीरिक परीक्षा के समय जबकि बायाेमेट्रिक मिलाप का वक्त आया तो गड़बड़ी सामने आ गई।









कैसे काम करता है भर्ती गिरोह



  सीआईएसएफ़ की भर्ती परीक्षा लिखित और शारीरिक दोनों होती है, लिखित परीक्षा कर्मचारी चयन आयोग लेता है, जबकि शारीरिक परीक्षा सीआईएसएफ़ खुद लेती है, हालाँकि नतीजा आयोग ही जारी करता है। सीआईएसएफ़ की यह परीक्षा जिसमें कि भर्ती गिरोह पकड़ाया है, इसकी लिखित परीक्षा बीते वर्ष याने नवंबर 2021 में हुई थी।इसमें एक ही व्यक्ति ने चार अभ्यर्थियों के पर्चे दिए और चारों ही शानदार अंकों से पास हो गए। प्रक्रिया के अनुसार लिखित परीक्षा में पास होने के बाद शारीरिक परीक्षा होती है, यहाँ वे चारों अभ्यर्थियों की जगह नए चार व्यक्तियों की उपस्थिति हुई, लेकिन वे पकड़ में आ गए।









कैसे आए पकड़ में



   मूलतः चार जो कि वास्तविक अभ्यर्थी थे जिन्हें स्वतः लिखित और शारीरिक परीक्षा में शामिल होना था, वे ना लिखित में शामिल हुए और ना शारीरिक में। लेकिन एक जगह सारे मुन्ना भाई फँस गए और वो जगह थी दोनों परीक्षा के ठीक पहले बायोमेट्रिक रिकॉर्ड। चारों के लिखित परीक्षा में जो बायोमेट्रिक दर्ज थे उनका परीक्षण शारीरिक परीक्षा के समय तब हुआ जबकि चारों अभ्यर्थियों ने मैदान में उपस्थिति दी। इन चारों ने जैसे ही बायोमेट्रिक दर्ज कराया, यह मैच नहीं हुए।









  पुलिस को शक, बड़ा गिरोह है शामिल



   इस मामले की रिपोर्ट सीआईएसएफ़ के इंस्पेक्टर लोकेश कुर्रे ने दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को शक है कि यह बड़ा गिरोह है, वहीं पुलिस अभी उन मूल प्रतिभागियों की भी तलाश कर रही है, जिनकी जगह पर परीक्षा देने सारे मुन्ना भाई पहुँच गए। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया है  उन्होंने छत्तीसगढ़ का फ़र्ज़ी निवास प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बनवा रखा था। एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने द सूत्र से कहा



 हमें आशंका है कि गिरोह बड़ा है और भर्ती के हर चरण में यह नए लोगों को भेजता है, जो लिखित के लिए अलग तो शारीरिक परीक्षा के लिए अलग। हमने टीमें रवाना कर दी हैं, जल्द ही मामले से जुड़े अन्य लोगों के भी हिरासत में ले लिया जाएगा।






Chhattisgarh Durg police मुरैना भर्ती Abhishek pallav आगरा Recruitment cisf केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल मुन्ना भाई गिरोह