RAIGARH। बीते 14 जून को स्वास्तिक विहार कॉलोनी में युवती काजल मसंद की हत्या हो गई थी। पुलिस की पाँच टीमों ने दो सौ से अधिक लोगों से पूछताछ ओर क़रीब 400 सीसीटीवी फ़ुटेज की छान-बीन के बाद वारदात में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। काजल मसंद की नृशंस हत्या से लोगों में आक्रोश था। काजल मसंद एक निजी संस्था में कार्यरत थी, बेहद गरीब पृष्ठभूमि की काजल खुद नौकरी करते हुए पढ़ाई कर रही थी, जबकि काजल की माँ निजी घरों में काम किया करती थी।काजल के सर पर पर पत्थर मार कर हत्या की गई थी। मुख्य आरोपी रामभरोस के विरूद्ध पूर्व में पोक्सो और अनाचार के मामले में सजायाफ्ता है, और इन दिनों ज़मानत पर है।
रेप में हुए असफल तो कर दी हत्या
पुलिस ने घटनाक्रम का ब्यौरा देते हुए बताया है कि, सभी आरोपी काजल पर बुरी नज़र रखते थे, उन्हें पता था कि काजल की दिनचर्या क्या है, जिस ईलाके में काजल का घर था, वहीं सामने फुलवारी पारा है, यह झोपड़पट्टी इलाक़ा है।तीनों ही आरोपी वहीं के निवासी हैं,मुख्य आरोपी रामभरोस का इस इलाक़े में आतंक है।घटना के दिन रामभरोस समेत तीनों आरोपियों ने सुबह से ही शराब पी और यह देख लिया कि, काजल अपनी माँ को कार्यस्थल पर छोड़ कर आ गई है।रामभरोस अपने दो अन्य साथियों मित्रभानु सोनवानी और गोपाल साहू के साथ काजल के घर पहुँच गया। रामभरोस ने आरोपियों के साथ मिलकर गैंगरेप की कोशिश की, लेकिन काजल ने ज़बर्दस्त प्रतिरोध किया, शोर मचाने से हड़बड़ाए रामभरोस ने पत्थर से सर पर मार दिया जिससे मौक़े पर ही काजल की मौत हो गई।
5 पुलिस टीम 400 सीसीटीवी फ़ुटेज और डॉग रुबी
घटना सामने आते ही शहर में आक्रोश और क्षोभ था। एसपी अभिषेक मीणा ने एसएसपी लखन पाटले और सीएसपी दीपक मिश्रा के नेतृत्व में टीम तैयार की। ये पाँच टीमें थीं, इनमें पुलिस डॉग रुबी भी थी। इस टीम ने अलग-अलग दिशाओं में काम शुरु किया और ईलाके के कई सैकड़ा सीसीटीवी फ़ुटेज को खंगाला, रामभरोस पर शक यक़ीं में उसी सीसीटीवी फ़ुटेज से बदला और बची कसर डॉग रुबी ने पूरी कर दी, रुबी ने रामभरोस पर ही संकेत दिया।पुलिस ने आख़िरकार सभी को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया है।