Bilaspur। सुबह सरकंडा थाना के अमरैया चाैक इलाके में नदी किनारे हत्या कर फेंके गए राहुल साहू हत्याकांड मामले का खुलासा हो गया है। राहुल साहू की हत्या संप्रेक्षण गृह से उसके साथ भागे साथियाें ने ही कर दी थी। हत्यारोपी सभी किशाेर संप्रेक्षण गृह में थे लेकिन जबकि उन्हाेने राहुल की हत्या की तो सभी बालिग हो चुके हैं। राहुल साहू बिलासपुर के ही राजीव नगर का रहने वाला था, और उसके विरूद्ध चाेरी के मामले थे। हालांकि दुर्ग के पुलगांव स्थित किशाेर संप्रेक्षण गृह में वह किसी दूसरे अपराध में दिगर जिले की पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर भेजा गया था। राहुल साहू किशाेर संप्रेक्षण गृह से अपने छ साथियाें के साथ फरार हो गया था, और आज सुबह उसका शव बिलासपुर में बरामद हुआ था। इस हत्या की सूचना पर दूर्ग पुलिस के भी कान खड़े हो गए।
साथियाें ने ही की थी हत्या
बिलासपुर पुलिस जब मामले की पतासाजी में जुटी थी, तब ही खुलासा हुआ कि, राहुल के साथ फरार हुए पांच अपचारियाें में से एक वापस संप्रेक्षण गृह आ चुका है। पुलिस टीम ने उक्त अपचारी से पूछताछ की तो उसने खुलासा किया कि,राहुल यह बताया था कि, सरकंडा श्मशान के पास उसने प्रदेश में कई जगह से चोरी कर दस लाख रूपए रखे हैं। उस पैसे को लेने सभी राहुल के साथ बिलासपुर सरकंडा श्मशान घाट पहुंचे जहां राहुल उन्हे जगह नही बता पाया, कुछ घंटों के बाद आक्रोशित होकर राहुल पर उन सभी छ अपचारियाें ने हमला कर दिया, राहुल के गले पर धारदार छूरे का वार जानलेवा साबित हुआ। हत्या के बाद एक आरोपी अपचारी ने अपने घर पर फोन किया जिसके बाद उसे परिजनों ने घर बुलाया और वह जैसे ही आया, उसे किशाेर संप्रेक्षण गृह पहुंचा दिया गया।
दुर्ग और बिलासपुर पुलिस की साझा पूछताछ में कबूला जुर्म
हत्या के बाद वापस किशाेर संप्रेक्षण गृह पहुंच चुका अपचारी शुरू में मौन था, लेकिन दुर्ग और बिलासपुर पुलिस की पूछताछ में आखिरकार उसने अपराध स्वीकार लिया और पूरी कहानी बता गया। प्रारंभिक ताैर पर मिली जानकारी के अनुसार हत्यारोपी सभी जबकि हत्या की गई, बालिग हो चुके हैं। बिलासपुर पुलिस की ओर से संकेत है कि, हत्या में शामिल शेष आरोपी भी कल तक हिरासत में होंगे।