JANJIR-CHAMPA. छत्तीसगढ़ में एक अजीत तरह का मामला सामने आया है। जांजगीर-चाम्पा जिले में मृत व अनुपस्थित शिक्षकों के नाम पर सैलरी बांट दी गई। इस मामले का पता चला तो जांच शुरू हुई। इसके बाद अकलतरा के बीईओ वेंकट रमन प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ मिली वितीय अनियमितता के मामले में प्रारम्भिक जांच में आरोपों की पुष्टि के बाद यह कार्यवाही की गई है। जानकारी के अनुसार वेंकट रमन ने 4 शिक्षकों व सहायक शिक्षकों की मृत्यु के बाद भी कई महीनों तक वेतन आहरण कर भुगतान कर दिया था, जिसकी राशि 5 लाख 98 हजार 727 है। इसी तरह प्रधान पाठक संतोष कुमार सहकर पक्षाघात से पीड़ित होने के चलते 448 दिनों तक अनुपस्थित रहे थे, जिसमें 62 दिनों का अवकाश स्वीकृत हुआ बाकी 387 दिन अनुपस्थित थे। फिर भी उन्हें अनुपस्थित अवधि का वेतन भुगतान कर दिया गया।
बिना अवकाश स्वीकृत पर भी मिला वेतन
इसी तरह, लक्ष्मी विकास धिरही उच्च वर्ग शिक्षक हैं। वे लकवा से पीड़ित होने के चलते 97 दिन से अवकाश में थे, जिसमें 86 दिन का अवकाश स्वीकृत था। बाकी दिन का भी वेतन भुगतान कर दिया गया। इसके अलावा उच्च वर्ग शिक्षक लव कुमार कश्यप 22 दिसंबर 2018 में दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे। वे बिना अवकाश स्वीकृत हुए 5 माह से अवकाश में थे। उन्हें भी वेतन भुगतान कर दिया गया। अतः उन्हें निलंबित करते हुए उनका मुख्यालय बिलासपुर जेडी ऑफिस तय किया गया है।