Jashpur।छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश की सात विशेष पिछड़ी जनजातियों के शिक्षित 09 हजार 623 पात्र युवाओं को योग्यतानुसार तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के पदों पर सरकारी नौकरी देगी, मुख्यमंत्री बघेल ने जशपुर विधानसभा के बगीचा में आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में यह घोषणा की है।
2019 में भी सरकार कर चुकी है एलान
इन विशेष पिछड़ी जनजातियों को योग्यतानुसार तृतीय और चतुर्थ श्रेणी में नौकरी दिए जाने का मसला नया नहीं है।बीते 27 अगस्त 2019 को छत्तीसगढ़ जनजाति सलाहकार परिषद की बैठक में विशेष पिछड़ी जनजातियों पहाड़ी कोरवा, बिरहोर, कमार, भुंजिया, अबूझमाड़िया, बैगा और पण्डो जनजाति के शिक्षित युवाओं को पात्रतानुसार तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नौकरी देने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विभाग द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलों में सर्वे कराकर विशेष पिछड़ी जनजातियों के पात्र युवाओं की सूची भी तैयार की गई है।
पहाड़ी कोरवा युवती की माँग पर कही सीएम बघेल ने नौकरी की बात
जशपुर विधानसभा के बगीचा में हाई स्कूल मैदान में आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान पहाड़ी कोरवा जनजाति की एक शिक्षित युवती संजू पहाड़िया जो कि जुलॉजी में एमएससी और पाजीडीसीए शिक्षा प्राप्त है उन्होंने नियमित शासकीय नौकरी दिलाने की मांग की थी, जिस के बाद मुख्यमंत्री बघेल ने प्रदेश की सात विशेष पिछड़ी जनजातियों जिनमें पहाड़ी कोरवा,बिरहोर,कमार,भुंजिया, अबूझमाड़िया,बैगा और पंडों जनजाति के शिक्षित युवाओं को योग्यतानुसार तृतीय और चतुर्थ श्रेणी में सरकारी नौकरी देने का एलान किया है।