PM मोदी पर गृहमंत्री शाह बोले -मोदी ऐसा फ़ैसला नहीं लेते जो आपको मुझे अच्छे लगें, वे वह फ़ैसला लेते हैं जो आपके मेरे लिए अच्छे हों

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Yagyawalkya Mishra
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PM मोदी पर गृहमंत्री शाह बोले -मोदी ऐसा फ़ैसला नहीं लेते जो आपको मुझे अच्छे लगें, वे वह फ़ैसला लेते हैं जो आपके मेरे लिए अच्छे हों

Raipur।प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात शासन से लेकर दिल्ली शासन के बीस वर्षों को लेकर लिखी गई किताब मोदी@20 पर आयोजित परिसंवाद जिसमें बौद्धिक श्रोता थे, उस पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर उनके राजनैतिक यात्रा के सबसे करीबी सहयोगी केंद्रीय गृहमन्त्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने क़रीब 37 मिनट के उद्बोधन में यह बताने समझाने की क़वायद की है कि, क्यों एक नेता या कि देश के प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी अहम हैं।हालाँकि केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने जो जो कहा उनमें से कुछ बिंदुओं पर विपक्ष सवाल बल्कि बेहद तीखे सवाल उठाते रहा है, लेकिन आज उन सवालों पर चर्चा नहीं हुई क्योंकि अमित शाह मंच के प्रमुख वक्ता थे और शेष सभी केवल और केवल श्रोता।



मोदी पर किताब क्यों लिखी गई

  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह स्पष्ट किया कि, इस किताब में चुनिंदा बल्कि विषय विशेषज्ञों ने मोदी को लेकर लिखा है।किताब पढ़ने वाले को देश के निर्माण के लिए उत्साहित करेगी, यही लक्ष्यों। अमित शाह ने कहा




“ मोदी को हर व्यक्ति ने अपने अपने नज़रिए से देखा है। दृढ़ निश्चयी दिखता है, किसी को योग को विश्व में पहुँचाने वाला दिखता है।मार्गदर्शक दिखाई पड़ता है। मोदी के अनेक रुप में देखा है अनुभव किया है। कृत्यों को  बीस मिनट में समाहित करना संभव नहीं है।इस किताब से  प्रेरणा उर्जा मार्गदर्शन मिल सकता है, कितने लोग नरेंद्र मोदी बन पाएँगे, नरेंद्र मोदी जैसे बन पाएँगे ये बाद का सवाल है, पर इस राह पर बढ़ गए तो देश का उद्धार तय है।”



अब तीन नासूर नहीं बल्कि पॉलिटिक्स ऑफ परफ़ॉर्मेंस सूत्र है

 केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर तंज किया।उन्होंने अपने भाषण में तीन बार राहुल गांधी का ज़िक्र किया, उन्हें राहुल बाबा के नाम से पुकारा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट्टर समर्थक और उनके दशकों के  सहयोगी अमित शाह ने कहा




“ ग़रीबी हटाओ के नारे भी लगे, चुनाव भी जीते, गरीब के घर खाना भी खाए।लेकिन ग़रीबी नहीं हटी।लेकिन अब परिवर्तन है।  परिवारवाद भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण तीन नासूर थे। बाप के बाद बेटा बेटा कैसा है देखना नहीं बेटा नहीं तो भाई, भाई नहीं तो दामाद लाईन लगा के बैठा है, और कोई नहीं तो सिंहासन ख़ाली रहेगा।अब ना परिवारवाद ना तुष्टिकरण ना भ्रष्टाचार।पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस है अब।परिवारवाद जातिवाद तुष्टिकरण नहीं चलता। जो परफ़ॉर्म करता है जनता उसे चुनती है।”



यदि खिचड़ी छाछ के अलावा आलू की सब्ज़ी मिली तो सौभाग्य है

  मंत्री शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन शैली का ज़िक्र करते हुए कहा




“ उनके घर पर भोजन के समय यदि आप बग़ैर सूचना पहुँच जाएँ को खिचड़ी और छाछ के अलावा कुछ नहीं मिलता, कभी आलू की सब्ज़ी मिल गई तो आपके  सौभाग्य की बात है। वे अठारह अठारह घंटे काम करते हैं,रात बारह बजे के बाद यदि फ़ोन मेरे पास आता है तो मैं समझ जाता हूँ मोदी जी का फ़ोन है।नरेंद्र मोदी बुराई में भी अच्छाई सीखते है। कार्यकर्ता को भाँपने की उनमें ग़ज़ब क्षमता है।मोदी अच्छे लिसनर है। राष्ट्र प्रथम उनके लिए केवल मंत्र नहीं है उसे जीवन में उतारने का कृत्य उन्होंने किया है।”



 हमें आपको अच्छी लगे वो नीति नहीं, जो हमारे लिए अच्छी हो वो नीति बनती है

  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने योजनाओं को लेकर बेहद साफ़गोई से स्वीकारा कि, मोदी जी के कई फ़ैसले ऐसे थे जो लिए गए लेकिन अगर उलटे पड़ते तो कहीं के नहीं रहते।लेकिन निर्णय राष्ट्र प्रथम के आधार पर लिए गए। मंत्री शाह ने कहा




“ फ़ैसले व्यक्ति को अच्छे लगे ऐसे फ़ैसले नही लेने चाहिए, हमारे आपके लिए अच्छे हों ऐसे फ़ैसले लेने चाहिए। ऐसे फ़ैसले  देश के लिए अच्छे होते हैं। और इसलिए ही कई फ़ैसले ऐसे लिए जो उलटे पड़ते तो कहीं के नहीं रहते। लेकिन फ़ैसला राष्ट्र प्रथम के आधार पर हुआ। मोदी जी ने कहा फ़ैसला नहीं स्वीकारा जनता ने तो, बस प्रधानमंत्री पद जाएगा पर सफल हुआ तो देश बढ़ जाएगा।”



छत्तीसगढ़ में सरकार बदल दो, नक्सली यहाँ से भी चला जाएगा

  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश की आंतरिक सुरक्षा पर किए कार्यों का ब्यौरा आँकड़ों के साथ रखा। उन्होंने छत्तीसगढ़ के संदर्भ में नक्सली गतिविधियों को लेकर दावा किया कि, घटनाओं में बेहद कमी आई है। केंद्रीय गृह मंत्री ने मुस्कुराते हुए कहा

“वामपंथी उग्रवाद की धज्जियाँ उड़ रही हैं। कुछ ज़िलों में सिमट कर रह गया है।छत्तीसगढ़ में सरकार बदल दो चुटकी बजाते यहाँ से भी चला जाएगा।”


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