Surguja। स्वास्थ्य मंत्री टी एस की स्पष्टवादिता खुद उन पर ही भारी पड़ गई है। दरअसल स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव से हड़ताली कर्मचारियों का प्रतिनिधि मंडल मिल कर माँगो को मानने का आग्रह कर रहा था, मंत्री सिंहदेव ने तब उन्हें राज्य की आर्थिक स्थिति बताते हुए साफ़ कह दिया कि, राज्य की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि, पाँच छ हजार करोड़ का अतिरिक्त बोझ लिया जा सके। मंत्री सिंहदेव ने कहा
“जो आप कह रहे हैं वो मैं भी समझ रहा हूँ,पैसा नहीं है।ईमानदारी का बात है, आप लोग का जो है उसमें पाँच छ हज़ार करोड़ बन रहा है। सरकार की पाँच छ हज़ार करोड़ देने की औक़ात ही नहीं है आज की स्थिति में, जितना आपको दे रही है दे रही है न।चालीस हज़ार करोड़ तो दे रही है आप लोग को। आप कह रहे हो पाँच हज़ार करोड़ और तो आज के दिन उसकी स्थिति नहीं है।”
मंत्री सिंहदेव की कर्मचारियों से हुई अनौपचारिक चर्चा का वीडियो वायरल हो गया, और सरकार की औक़ात नहीं वाले शब्द पर सियासी तूफ़ान बीजेपी ने खड़ा कर दिया। मसला तूल पकड़ते देख मंत्री सिंहदेव ने शब्द चयन में त्रुटि मानते हुए खेद जताया।
चुपके से बना वीडियो हुआ वायरल
मंत्री सिंहदेव से मिलने आया कर्मचारियों का प्रतिनिधि मंडल मंत्री सिंहदेव के गृह और विधानसभा क्षेत्र का था। लिहाज़ा जो भी लोग थे, वे चिर परिचित थे। ये कर्मचारी अपने आंदोलन के समर्थन में मंत्री सिंहदेव के पत्र देने आए थे। मंत्री सिंहदेव से इस दौरान अनौपचारिक चर्चा होने लगी। कर्मचारियों के प्रतिनिधि मंडल ने महंगाई भत्ता और एचआरए बढ़ाए जाने को लेकर मंत्री सिंहदेव से आग्रह किया कि, वे कर्मचारियों का साथ दें ताकि माँगें पूरी हो तब मंत्री सिंहदेव ने अनौपचारिक चर्चा में राज्य की आर्थिक स्थिति को स्पष्ट करते हुए बताया कि,इन माँगों को आज पूरा कर पाना बिल्कुल संभव नहीं है। मंत्री सिंहदेव ने प्रतिनिधि मंडल से कहा
“मैं घुमाने फिराने की बात नहीं कर रहा हूँ, जो सही स्थिति है वो बता रहा हूँ।सरकार के पास पैसा नहीं है।यहाँ नरवा गरवा गोबर सब ज़्यादा हो गया है।किसान को देना प्राथमिकता समझा गया है।आप लोग प्राथमिकता में अभी पीछे हैं। फिर अभी नियमितीकरण करना,बाक़ी चीज़ का खर्चा आएगा वो कहाँ से आएगा। और जो आपके राज्य में बाक़ी कर्मचारी हैं, उन लोगों के लिए और काम भी तो करना है।माँग करिए माँग करने में क्या है ? मैं सीएम साहब को ये पत्र दे दूँगा।”
जबकि यह चर्चा हो रही थी, किसी ने चुपके से पूरे संवाद का वीडियो बनाया और फिर वह सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। मंत्री सिंहदेव की पूरी बात जो कि उस वीडियो में मौजूद थी, उसके कुछ अंशों को विशेष तौर पर वायरल किया गया और बीजेपी ने उन्हीं अंशों को आधार बनाते हुए सरकार पर हमला कर दिया।
डॉ रमन ने वीडियो के साथ किया ट्विट
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने उस वीडियो को ट्विट करते हुए मंत्री सिंहदेव के औक़ात नहीं वाले वाक्य को लक्ष्य कर करके सीएम भूपेश बघेल को निशाने पर लेते हुए लिखा
“कांग्रेस सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री खुद कह रहे हैं, सरकार के पास पैसे देने की औकात नहीं है! भूपेश बघेल जी के कुप्रबंधन ने छत्तीसगढ़ को कर्ज में डुबोकर दिवालिया कर दिया है।न वेतन देने के पैसे हैं, न ही घोषणा पत्र के वादे पूरे करने के।भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के मिस्टर बंटाधार हैं!”
सियासती बवाल मचते देखा तो शब्द चयन पर जताया खेद
मंत्री सिंहदेव ने जैसे ही देखा कि, उनके शब्द सियासत का मसला बन रहे हैं, उन्होंने शब्द चयन में त्रुटि को मानते हुए खेद जताया और डॉ रमन सिंह के ट्विट को रिट्विट करते हुए लिखा
“शब्दों के चयन में मुझसे बड़ी त्रुटि हुई है, जिसपर मैं खेद व्यक्त करता हूं मगर छग सरकार को और अधिक खर्च करने में केंद्र सरकार का आर्थिक असहयोग बाधा बना हुआ है।आज केंद्र के पास छग की जनता के 20000करोड़ से अधिक राशि लंबित है, कृपया प्रदेशवासियों के हक में इसके लिए आप भी सहयोग करें।”