Raipur। अग्निपथ के मसले पर कांग्रेस के पूरे प्रदेश की विधानसभाओं में धरना प्रदर्शन चल रहे हैं, और कांग्रेस इसे लेकर बेहद आक्रामक है। पीसीसी चीफ़ मोहन मरकाम इसे लेकर यह बयान दे चुके हैं कि युवा इस योजना में आवेदन ही ना भरें। आक्रामक तेवर सीएम बघेल के भी हैं, मुख्यमंत्री बघेल इस योजना को देश के लिए ख़तरा होने का अंदेशा पुरज़ोर तरीक़े से ना केवल जता रहे हैं बल्कि दोहरा भी रहे हैं। कांग्रेस के इस तेवर के बीच अब बीजेपी ने तीखा पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री बघेल और कांग्रेस को बहस की खुली चुनौती दी है।विष्णुदेव साय ने अग्निपथ के विरोध में कांग्रेस के धरना प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल किया है कि वे स्पष्ट करें कि देश के लाखों युवाओं का भविष्य गढ़ने वाली अग्निपथ योजना और गोबर संग्रह के विकल्प में से कौन बेहतर है? ग्रामीण परिवेश में गोबर संग्रह से किसी को कोई आपत्ति नहीं है लेकिन सवाल यह है कि राजनीतिक विरोध के लिए भूपेश बघेल युवाओं को भ्रमित क्यों कर रहे हैं?
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा
“मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चुनौती देता हूँ कि वे अग्निपथ और गोबर संग्रह के रोजगार में युवाओं के भविष्य पर जब जहां चाहें, खुली बहस कर लें।मुख्यमंत्री बघेल दावा करते हैं कि गोबर बेचकर किसी ने मोटर साइकिल खरीद ली, कोई सम्पन्न हो गया, कोई प्लेन में सफर करने लगा, वे कहते हैं कि चरवाहे भी 30-35 हजार रुपये महीने कमा लेते हैं तो क्या वे विधानसभा के आगामी सत्र में इस पर पूरे तथ्य प्रस्तुत करने तैयार हैं?”