Bilaspur।पुरातात्विक महत्व की गरुड़ प्रतिमा बीती रात चार लोग पुजारी को बंधक बनाकर लूट ले गए। घटना रात बारह से एक के बीच की बताई जा रही है, जबकि चार लोग पाली के गणेश मंदिर में पहुँचे और पुजारी महेश केंवट को बंधक बना कर ब्लैक ग्रेनाइट से बनी गरुड़ प्रतिमा को ले गए।
पहले दो बार हो चुकी चोरी
मस्तूरी के पाली स्थित गणेश मंदिर से लुटे गए गरुड़ प्रतिमा को इसके पहले दो बार चोरी किया जा चुका है। पहली बार 2004 में यह मूर्ति चोरी हुई तो पुलिस ने खोजा था। 2009 में फिर यह मूर्ति चोरी हुई तो छ महीने बाद यह मूर्ति वापस मंदिर परिसर में चुपचाप पहुँचा दी गई थी।अब ये तीसरी बार घटना घटी है।
शासकीय कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से पुरातत्व से जानकारी नहीं
प्रदेश में शासकीय कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है। इस हड़ताल की वजह से पुरातत्व विभाग में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। पुरातत्व विभाग के अधिकारी इस हड़ताल के हवाले से कोई जानकारी दे पाने में खुद को असमर्थ बता रहे हैं।वैसे यह भी स्पष्ट नहीं है कि, इस गरुड़ प्रतिमा या कि मंदिर को पुरातत्व विभाग ने अपने आधिपत्य में रखा है या नहीं।या कि मंदिर ना भी रखा हो तो प्रतिमाओं को लेकर कोई जानकारी रिकॉर्ड में है या नहीं है।
पुलिस जाँच शुरु पर कोई सुराग नहीं
इस घटना को लेकर पुलिस जाँच कर रही है लेकिन पंक्तियों के लिखे जाने तक कोई सुराग नहीं मिला है।बिलासपुर कप्तान पारुल माथुर ने द सूत्र से कहा
“रात को घटना हुई है। प्रतिमा विशाल थी, बग़ैर गाड़ी के ले जाना संभव नहीं है। लेकिन किसी गाड़ी की आवाज ग्रामीणों ने नहीं सुनी है।डॉग स्क्वायड और फ़िंगर प्रिंट टीम भी छानबीन में जुटी है।”