Raipur.निलंबित आईपीएस मुकेश गुप्ता का निलंबन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने समाप्त कर दिया है।1988 बैच के I.P.S. मुकेश गुप्ता 14 दिनों बाद याने कि 30 सितंबर को पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हो जाएँगे।ये आशंका थी कि, मुकेश गुप्ता का रिटायरमेंट उनके निलंबित रहते ही होगा लेकिन अब ये आशंका समाप्त है। अब यह सवाल है कि, क्या मुकेश गुप्ता वापस PHQ में आमद देंगे या कि कोई दूसरी वैकल्पिक राह तलाशेंगे।
IPS गुप्ता ने अगस्त में केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजा था अभ्यावेदन
केंद्रीय गृह मंत्रालय को I.P.S. मुकेश गुप्ता ने निलंबन के खिलाफ बीते 17 अगस्त को अभ्यावेदन पेश किया था।उस अभ्यावेदन में अभिलेखों जिसमें न्यायालय के आदेश राज्य सरकार के फ़ाईलों की नोटशीट थी, उन्होंने लिखा-
“मेरे ख़िलाफ़ दर्ज सभी प्राथमिकियों पर सर्वोच्च न्यायालय और कैट ने रोक लगा दी है।मेरे विरुद्ध शुरु की गई अनुशासनात्मक कार्यवाही पर भी रोक लगा दी गई है।”
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जारी किया 16 सितंबर को आदेश
बीते 9 फ़रवरी 2019 से निलंबित मुकेश गुप्ता के निलंबन समाप्ति का आदेश उनकी सेवानिवृत्ति के ठीक पंद्रह दिन पहले याने 16 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जारी किया है। मुकेश गुप्ता तीस सितंबर को रिटायर हो जाएँगे। मुकेश गुप्ता जबकि निलंबित किए गए वे डीजीपी पद पर पदोन्नत हो चुके थे। राज्य सरकार ने उन्हें डीजीपी से वापस रिवर्ट कर दिया था। I.P.S. मुकेश गुप्ता को कैट से राहत मिल गई, भूपेश सरकार ने हाईकोर्ट में अपील की, इस मामले में हाईकोर्ट का आदेश सुरक्षित है, जो कभी भी सार्वजनिक हो सकता है।
बेहद दबंग अफ़सर माने जाते हैं मुकेश गुप्ता
1988 बैच के I.P.S. मुकेश गुप्ता छत्तीसगढ़ के बेहद दबंग पुलिस अधिकारियों में शीर्ष पर गिने जाते हैं। 2018 में सूबे में सरकार बदली और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बने। आईपीएस मुकेश गुप्ता से सीएम बघेल की सीधी अदावत हुई। I.P.S. मुकेश गुप्ता के निलंबन और पदावनत के आदेश के साथ-साथ तीन FIR के पीछे सीधे तौर पर मुख्यमंत्री बघेल की नाराज़गी कारण मानी जाती है। बहरहाल I.P.S. मुकेश गुप्ता के निलंबन को रद्द किए जाने का फ़ैसला सत्ता प्रतिष्ठान के लिए झटका और असहज करने वाला है।
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