Raipur। जिस कोयला चोरी के केजीएफ मार्का स्टाइल वाले वीडियो (viral video)पर पूर्व IAS और भाजपा के पिछड़ा वर्ग से प्रभावशाली युवा चेहरे और भाजपा प्रदेश मंत्री ओ पी चौधरी (op choudhry)पर FIR हुई है, वहीं वीडियो बीजेपी (Bjp)के फ़ायर ब्रांड लीडर वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर (Ajay Chandrakar) ने ट्विटर और फ़ेसबुक के अपने अधिकृत अकाउंट पर शेयर कर दिया है। तीखे मगर तथ्यात्मक और दो टूक अंदाज संवाद के लिए चर्चाओं में रहने वाले कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए सवाल भी किया है
“एसपी के खिलाफ एफ.आई.आर. कराने की हिम्मत है क्या ?” अजय चंद्राकर ने भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को कोल माफिया के सामने नतमस्तक सरकार को नमस्ते भी लिखा है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (dharamlal Koushik)ने इस प्रकरण में कोरबा पुलिस (korba police) के शब्द और सीएम भूपेश बघेल के द्वारा उपयोग किए गए शब्दों के साथ सवालों की क़तार लगा दी है।
क्या लिखा है अजय चंद्राकर ने
केजीएफ मार्का स्टाइल में सैकड़ों की संख्यामें खदान पहुँच कर कोयला चोरी का वीडियो शेयर करते हुए कुरुद विधायक अजय चंद्राकर ने लिखा है
“माननीय मुख्यमंत्री जी छत्तीसगढ़ ( कांग्रेस शोषित),आपके शासन/प्रशासन के संरक्षण में कोयला चोरी के विहंगम दृश्य का वीडियो फिर से आपके अवलोकनार्थ/दर्शनार्थ भेज रहा हूँ..एसपी के खिलाफ एफ.आई.आर. कराने की हिम्मत है क्या”
इसी के साथ एक और ट्विट में अजय चंद्राकर ने लिखा
“मान. मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ (कांग्रेस शोषित)श्री ओपी चौधरी के खिलाफ एफ.आई.आर. हुई है ..? यदि वीडियो फर्जी है तो उसके बनाने वाले के ऊपर कब तक कार्रवाई होगी....?F.I.R. कोल माफियाओं के दबाव पर हुई है..।कोल माफिया के सामने नतमस्तक सरकार को नमस्ते"
इस वीडियो पर ही कोरबा पुलिस ने दर्ज की FIR
ओ पी चौधरी ने यही वीडियो 18 मई 2022 को शेयर किया था, जिस पर बीते शनिवार 11 जून को कोरबा पुलिस ने बाँकीमोंगरा थाना में ज़िला युंका के पदाधिकारी मधुसूदन दास यादव की ओर से रिपोर्ट दर्ज किए जाने जानकारी सार्वजनिक की। कोरबा पुलिस की ओर से बताया गया कि,यह वीडियो फ़र्ज़ी है, कोरबा पुलिस ने प्रेस को लिखा
इसे कोरबा ज़िले के गेवरा माइंस में कोयला चोरी का वीडियो बताया गया। इस वीडियो के कारण कोरबा ज़िले की जनता प्रशासन के खिलाफ हो रही थी,और प्रशासन के विरुध्द बातें होनी लगी थी।कोरबा पुलिस ने ओपी चौधरी के खिलाफ धारा 505(1))(बी) के तहत अपराध दर्ज किया है।
सीएम बघेल ने और कड़ी कार्यवाही की बात कही
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कल 12 जून को पत्रकारों से चर्चा में कोरबा पुलिस की कार्यवाही को ना केवल सही ठहराया बल्कि यह भी कह दिया कि चुंकि ओपी आईएएस रहे हैं पूर्व कलेक्टर रहे हैं, इसलिए उन पर और कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।सीएम बघेल ने अपने बयान में इस वीडियो को 2020 का होना बताते हुए कहा कि पुराने वीडियो को 2022 का बताना एक हथकंडा है और अपराध है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पूछा
क़रीब क़रीब महिने भर बाद हुई इस एफ़आइआर को लेकर बीजेपी आक्रामक हो गई है।नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इस एफ़आइआर को लेकर सवाल खड़े किए हैं। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सवाल किया
पहले तो यह तय हो कि फ़र्ज़ी है या पुराना है। कोरबा पुलिस कहती है फ़र्ज़ी है, मतलब छत्तीसगढ़ से कोई प्रसंग ही नहीं है, सीएम कहते हैं पुराना है और 2020 का वीडियो है तो तब सरकार किसकी थी ? एसपी कौन था ? और जो प्रार्थी है जो युवक कांग्रेस का पदाधिकारी है, उसने किस से कब और कहाँ जाँच कराई, और जाँच की अधिकारिता उसे थी क्या ?
खबर के लिखते लिखते भारतीय जनता युवामोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने भी अपने टि्वटर हैंडल पर यही वीडियाे शेयर करते हुए लिखा है कि, अगर यह वीडियाे डालना अपराध है तो हां, मैने यह अपराध किया है। मुझ पर भी एफआईआर करो। अमित साहू ने सीएम बघेल और छत्तीसगढ पुलिस के ऑफिशियल टि्वटर हैंडल को टैग भी किया है।