Kanker। कांकेर विधानसभा के बादल गाँव में एक महिला ने भोलेपन में कलेक्टर को बेचारा कहा तो ठहाके गूंज गए।महिला के निजी ज़मीन पर सागौन के पेड़ लगे थे, पड़ोसी ने काट कर रख लिया, महिला ने कलेक्टर को शिकायत की तो कलेक्टर के निर्देश पर फ़ॉरेस्ट ने लकड़ी राजसात कर लिया।महिला की परेशानी यह थी कि इस क़ानूनी कार्यवाही में ना उसे लकड़ी मिल रही थी और ना ही पैसा। परेशान महिला ने यही गुहार सीएम बघेल से लगाई तो मुख्यमंत्री ने पूछा कि आपने कलेक्टर को बताया था, महिला को लगा कि लकड़ी तो गई पैसा भी मिला नहीं कहीं कलेक्टर को डांट ना पड़ जाए तो उसने झट से कहा मेरा लकड़ी चाहे पैसा दिला दो साहब, इसमें बेचारा कलेक्टर का गलती नहीं है।
यूँ हुए कलेक्टर बेचारे
सीएम भूपेश बघेल भेंट मुलाक़ात कार्यक्रम में कांकेर विधानसभा के दौरे पर हैं। इस कार्यक्रम में किरणमयी रजक भी पहुँची थी। किरणमयी ने माईक थामा और सीएम बघेल को बताया
“मेरा निजी खेत में सागौन का पेड़ लगाए थे, पड़ोसी काट के ले गया। फिर फ़ॉरेस्ट वाले आए और उसको जप्त कर लिए। मेरे बेटी का शादी करना है, साहब लकड़ी दिला दो या पैसा”
इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूछा
“आप कलेक्टर को शिकायत की थीं”
किरणमयी रजक को लगा कि लकड़ी मिली नहीं है पैसा का भी पता नहीं, अब कलेक्टर को डांट ना पड़ जाए इस पर सहजता से उसने कहा
“साहब, इसमें बेचारे कलेक्टर का दोष नहीं है”
कलेक्टर को बेचारा सुनते ही सीएम बघेल और सभी लोग ठहाके लगने लगे। खुद कलेक्टर चंदन कुमार भी मुस्कुराते रह गए।सीएम बघेल ने फिर उस महिला से कहा कि, जप्त लकड़ी राजसात हो चुकी है, वह तो नहीं मिल सकती लेकिन उसे वन विभाग नीलाम करेगा और उसके पैसे तुम्हें मिल जाएँगे, तुम्हारी समस्या का समाधान हो जाएगा।