BILASPUR. दुर्गाधारा एक छोटा जलप्रपात है, जहां रोज पर्यटक पहुंचते हैं आनंद उठाते हैं। इस बीच, बड़ी घटना होते-होते ही बच गई है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के दुर्गधारा झरने में अचानक पानी बढ़ने लगा और बाढ़ जैसे हालात हो गए। स्थिति इतनी तेजी से बिगड़ी कि वहां मौजूद पर्यटकों ने किसी तरह बाहर निकल जान बचाई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पर्यटक नहा ही रहे थे कि अचानक पानी बढ़ने लगा। गनीमत थी कि वे बाहर निकल आए, क्योंकि सिर्फ 3 मिनट में झरने में पानी इतना बढ़ गया कि किसी का भी बचना मुश्किल था। अचानक आई बाढ़ की वजह आसपास के पहाड़ों में लगातार तीन दिन से चल रही बारिश है, जिसके कारण पानी एकाएक बढ़ा।
लगातार बारिश हो रही है
बरसात में दुर्गधारा वॉटरफॉल का नजारा बहुत मनोरम होता है। इसलिए यहां दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। जिस वक्त घटना हुई, वहां पर्यटक काफी संख्या में थे। झरने में बाढ़ की वजह ये है कि अमरकंटक और आसपास के क्षेत्र में 3 दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जिससे अमरावती, सोन, अरपा और मलनिया नदियां उफन गई हैं। इन्हीं से झरने में अचानक तेजी से पानी आया और बहाव बेहद तेज हो गया। इसमें लोग तो बचे ही, एक कार और एक स्कूटी भी कुछ दूर तक बह गई, लेकिन बची।
पहाड़ों पर जाने वालों को चेतावनी
प्रशासन ने जलप्रपात और अमरकंटक के आसपास पहाड़ियों पर जाने वालों लोगों को चेतावनी दी है कि वे बेहद सावधानी बरतें और ऐसा कुछ नहीं करें, जिससे उनकी जान को खतरा हो। इधर जो लोग मलबा सड़क पर आ जाने से फंस गए हैं, उन्हें राहत पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
बहुत ही रमणीय स्थान है दुर्गाधारा
दुर्गा धारा एक बहुत छोटा जल प्रपात है, लेकिन बहुत रमणीय है। मई माह की गर्मी में भी यह झरना चल रहा था। बारिश में यहाँ के दृश्य की कल्पना करके ही मन आल्हादित हो रहा था और इच्छाएं बार-बार हूँक मार रही थीं कि एक बार इस स्थान पर बरसात में जरूर आना चाहिए। पहाड़ों में ऊपर स्थित अमरनाला या अमरताल से होकर निकली धारा तकरीबन दो-तीन किमी की दूरी सघन वन में तय करके यहाँ जल प्रपात के रूप में गिरती है।