Raipur। सम्मान जनक संवाद और बग़ैर समान डीए और एचआरए के हड़ताल वापस ना लेने की बात पर अडिग होने का दावा कर रहे फेडरेशन ने अब से कुछ देर पहले सरकार की स्थिति को समझना चाहिए की बात कहते हुए हड़ताल को समाप्त कर दिया। राज्य सरकार के प्रवक्ता और कृषि जल संसाधन तथा पंचायत मंत्री रविंद्र चौबे के निवास पर इस हड़ताल समाप्ति का ऐलान किया गया।
क्या बोले फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा
हड़ताल समाप्ति के संकेत तब से ही मिल गए थे जबकि 30 अगस्त को सुबह अपील के बाद शाम सीएम बघेल ने स्पष्ट कर दिया था कि दो सितंबर तक कर्मचारी वापस नहीं आए तो कार्यवाही होगी।इसके बाद तेज़ी से इस दिशा में सक्रियता बढ़ी कि, हड़ताल वापस हो। कल देर शाम इसके और पुष्ट संकेत मिल गए थे। हड़ताल समाप्ति का एलान करते हुए प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा ने कहा
“सरकार ने अगस्त में हमे 6% DA दिया है, हमे अपने मांग पर अडिग नही रहना चाहिये, सरकार की स्थिति को समझना चाहिये”
कर्मचारियों को हासिल क्या
डीए और एचआरए के मसले पर आंदोलन की समाप्ति का एलान हो गया है।लेकिन इससे कर्मचारियों को तत्काल कुछ हासिल हुआ है,उसके लिए जाे बताया जा रहा है वह मौखिक मसला है। फेडरेशन की ओर से दावा यह है कि,6 प्रतिशत देय दिनांक से अब मिलेगा, यह कर्मचारी के जीपीएफ खाते में जमा होगा,वहीं एचआरए के लिए समिति बनेगी। इस विषय पर सरकार की सहमति है, राज्य सरकार की ओर से मध्यस्थता कर रहे मंत्री रविंद्र चाैबे ने इस विषय पर सीएम बघेल से चर्चा कर सहमति ले ली है।लेकिन सच यह भी है कि, सीएम बघेल के तेवर जिस अंदाज में थे, यह बहुत हद तक तय था कि, हड़ताल से कुछ मिले ना मिले, नेतृत्वकर्ताओं को खाेना बहुत कुछ पड़ सकता है।