Raigarh। मवेशी खरीदकर अपने गांव जा रहे ग्रामीण पर हाथी ने हमला कर दिया। ग्रामीण की मौके पर ही मौत हो गई।घरघोड़ा वन परिक्षेत्र के सहनी बंधान की है।कांटा झरिया निवासी आनंद राम यादव अपने 2 साथियों के साथ पोरडा से बैल की जोड़ी को खरीद कर गाँव जा रहे थे। रात 8 बजे के क़रीब आनंद राम और उनके दोनों साथी जबकि सहनी बंधान के पास पहुंचे तो हाथी की चिंघाड़ की आवाज़ को सुनकर जब तक आनंद और उनके सहयोगी सम्हलते, हाथी ने हमला कर दिया, मौक़े से आनंद के साथी भागने में सफल हो गए। उनके ज़रिए ही ग्रामीणों को घटना की जानकारी मिली।घरघोड़ा वन अमल ने मौके पर पहुंच शव परिजनों के सुपुर्द किया।मृतक की पत्नी को तात्कालिक सहायता राशि के रुप में 25 हजार की नगद राशि दे दी गई है।
हाथियों का प्राकृतिक रहवास इलाक़ा है
झारखंड से लेकर मध्यप्रदेश की सरहद को छूते जनकपुर इलाक़े तक गजराज का आदिकाल से प्राकृतिक रहवास क्षेत्र रहा है। हाथियों की रिहाइश को उड़ीसा छत्तीसगढ़ सीमा पर भी सदियों से दर्ज किया जाता रहा है। उद्योग की वजह से और वनभूमि पर क़ब्ज़ा कर उस पर आबादी बसने से हाथियों की प्राकृतिक रिहाइश को बेहद गंभीर नुक़सान हुआ है, नतीजतन हाथी और मानव के बीच द्वंद्व की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं।