बीजेपी बोली - निराश हताश कर्मचारी की ख़ुदकुशी सरकार के मुंह पर तमाचा है, बहाली का आदेश था बहाल करते तो नहीं मरता

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Yagyawalkya Mishra
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बीजेपी बोली - निराश हताश कर्मचारी की ख़ुदकुशी सरकार के मुंह पर तमाचा है, बहाली का आदेश था बहाल करते तो नहीं मरता

Raipur. मंत्रालय के खाद्य विभाग में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रुप में पदस्थ रहे उखंड राव उर्फ़ योगेश वानखेड़े की ख़ुदकुशी के मामले में सियासती तूल पकड़ लिया है। बीजेपी सांसद विजय बघेल ने योगेश की ख़ुदकुशी के लिए सरकार को जवाबदेह बताते हुए दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही के साथ साथ परिवार को पचास लाख रुपये का मुआवज़ा और योगेश की पत्नी को स्थायी नौकरी देने की माँग की है।भाजपा ने इस पूरे मामले को बेहद अमानवीय बताते हुए मुख्यमंत्री बघेल और राज्य सरकार को संवेदनहीन बताया है।



बीजेपी का आरोप

  बीजेपी का आरोप है कि,उखंड राव उर्फ़ योगेश वानखेड़े खाद्य विभाग में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी था, उसे किसी वजह से निकाल दिया गया था।उसने बहाली के लिए मुख्यमंत्री, खाद्य मंत्री मुख्य सचिव से निवेदन किया लेकिन सुनवाई नहीं होने पर वह श्रम न्यायालय गया जहां उसके पक्ष में फ़ैसला हुआ। लेकिन श्रम न्यायालय के आदेश का परिपालन भी बीते चार महीनों से नहीं हुआ। इस बीच उसकी आर्थिक स्थिति ख़राब होते चली गई, बच्चों का स्कूल जाना बंद हो गया। इसके बाद योगेश ने ख़ुदकुशी कर ली।


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